आंधी के कहर बरपाने के बाद बारिश ने दी राहत
शुक्रवार की रात डेढ़ बजे बिजली कड़कने के साथ धूल भरी आंधी आने से कई पेड़ गिर गए।
बागपत, जेएनएन। शुक्रवार की रात डेढ़ बजे बिजली कड़कने के साथ धूल भरी आंधी आने से कई पेड़ व बिजली लाइन के तार टूट गए और खंभे झुक गए और होर्डिंग उखड़ गए। जिले के 200 गांव और बागपत, बड़ौत व खेकड़ा समेत कई कस्बों में बिजली गुल हो गई। फिर झमाझम बारिश ने उमस भरी गर्मी से राहत दी। करीब 20 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
बारिश होने से तापमान 34 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 28 पर आने से लोग खूब सोए। बारिश से चारे की फसल गिर गई। इस दौरान धान की रोपाई का काम तेज जो गया है।
जिला कृषि अधिकारी डा. सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि यह बारिश फसलों के लिए लाभदायक है। वहीं जलभराव होने से दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे, मेरठ-बागपत हाईवे, बागपत-चांदीनगर मार्ग आदि मार्गों पर आवाजाही में परेशानी हुई। जिला अस्पताल के सामने पुलिस लाइन को जाने वाले रोड पर जलभराव होने से आम जन के साथ दर्जनों मरीजों को पानी में घुसकर अस्पताल में जाना पड़ा। बारिश से निर्माणाधीन दिल््ली यमुनोत्री हाईवे का निर्माण बाधित हुआ। लोगों को सर्वाधिक परेशानी बिजली गुल रहने से हुई। आधे से ज्यादा गांवों में सुबह छह बजे तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने से लोगों को
पेयजल की दिक्कत सहनी पड़ी।
ऊर्जा निगम एक्सईएन अमरपाल सिंह ने कहा कि 80 उपकेंद्रों पर ब्रेकडाउन आने से जिले की बिजली आपूर्ति ठप हो गई थी लेकिन सुबह तक इक्का दुक्का गांवों को छोड़कर ब्रेकडाउन अटेंड कराकर गांवों की बिजली आपूर्ति बहाल करा दी है।