बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान, अन्नदाता परेशान

क्षेत्र में गेहूं की फसल पककर खेतों में तैयार खड़ी है। मजदूरों की कमी के चलते गेहूं कटाई का काम तेजी नहीं पकड़ पा रहा है। शनिवार को दोपहर में अचानक आसमान में काले बादल छा गए।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 19 Apr 2020 09:20 PM (IST) Updated:Sun, 19 Apr 2020 09:20 PM (IST)
बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान, अन्नदाता परेशान
बारिश से गेहूं की फसल को नुकसान, अन्नदाता परेशान

बागपत, जेएनएन। क्षेत्र में गेहूं की फसल पककर खेतों में तैयार खड़ी है। मजदूरों की कमी के चलते गेहूं कटाई का काम तेजी नहीं पकड़ पा रहा है। शनिवार को दोपहर में अचानक आसमान में काले बादल छा गए। दिनभर धूप-छांव के बाद शाम के समय बूंदाबादी और तेज हवा के साथ आसमान में बिजली कड़कड़ाती रही। देर रात हुई तेज बारिश से गेहूं की फसल भीगकर जमीन पर गिर गई। सुबह खेतों में पहुंचे किसान गेहूं की फसल को देखकर दुखी नजर आए।

दोपहर से ही आसमान में काले बादल छा गए थे। इससे दिनभर धूप-छांव की स्थिति बनती रही। वहीं शाम को तेज हवा और बूंदाबादी के साथ बिजली भी कड़कड़ाती रही। बूंदाबादी और तेज हवा चलने से मौसम ठंडा हो गया। देर रात एकाएक तेज बारिश शुरू हो गई। बारिश से पककर तैयार खड़ी गेहूं की फसल जमीन पर लोटपोट हो गई। इससे जहां गेहूं का उत्पादन कम होने की चिता सताने लगी है। वहीं फसल भीगने से गेहूं की चमक भी फीकी पड़ सकती है। इससे किसानों को उपज के वाजिब दाम नहीं मिलने की चिता सताने लगी है। किसानों का कहना है कि पिछले साल की तरह इस साल भी फसल बर्बाद हो सकती है। यदि ऐसा होता है तो क्षेत्र का अन्नदाता बर्बादी की कगार पर पहुंच जाएगा। किसान राजकुमार सिंह का कहना है कि कुछ किसानों ने गेहूं की फसल काटकर थ्रेसिग की तैयारी कर रहे थे, लेकिन बारिश के कारण गीली हो गई है जिसे धूप खिलने के बाद ही कटवाया जा सकेगा।

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