बारिश और ओलावृष्टि से गेहूं और सरसों को नुकसान
खेतों में गेहूं और सरसों की फसल पककर तैयार हो चुकी है किसान फसल काट रहे हैं।
बागपत, जेएनएन। खेतों में गेहूं और सरसों की फसल पककर तैयार हो चुकी है किसान फसल काट रहे हैं, ऐसे में शुक्रवार को बारिश और हल्की ओलावृष्टि ने दोनों फसलों को नुकसान पहुंचाया है। फसल को बर्बाद होता देखा तो किसानों के चेहरों पर मायूसी छा गई। क्षेत्र में किसी स्थान पर हल्की बूंदाबांदी हुई तो किसी स्थान पर गरज के साथ बूंदे पड़ी। कहीं कहीं से ओलावृष्टि की खबरें आई। अंगदपुर, जौहड़ी, आरिफपुर खेड़ी, वाजिदपुर, लौहड्डा आदि गांवों के जंगल में बूंदों के साथ ओलावृष्टि भी हुई। उधर, दाहा क्षेत्र में बारिश के साथ हुई हल्की ओलावृष्टि से गेंहू व सरसों की पकी फसल को नुकसान पहुंचा है। लगभग 40 फीसदी खेतों में गेहूं की फसल कटी हुई भी पड़ी है जो थ्रेसर मशीन की इंतजार में है। किसान पकी फसल को शीघ्र समेटकर घर ले जाने की शीघ्रता में भी लगे हुए है, लेकिन बारिश के साथ हुई हल्की ओलावृष्टि से सरसों व गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा है। मनोज कुमार, हरेंद्र पंवार, कालू आदि ने बताया कि बारिश से जहां गेहूं की फसल की कटाई प्रभावित हुई है वहीं हल्की ओलावृष्टि से गेंहू व सरसों की फसल को नुकसान भी पहुंचा है। बारिश ने थामी फसल कटाई और आंधी ने बिजली
शुक्रवार सुबह पांच बजे अचानक मौसम का मिजाज बिगड़ा और तेज हवा के साथ आकाश में बादल छा गए। सुबह दस बजे आई आंधी व बारिश से जिले में गेहूं फसल कटाई और थ्रेसिग पर ब्रेक लगा दिया।
आकाश में तड़तड़ाती बिजली से किसानों के चेहरों की हवाईयां उड़ने लगी। बागपत में 55 हजार हेक्टेयर पर गेहूं की फसल है जिसमें 60 फीसदी की थ्रेसिग होना बाकी है। आंधी से जहां जिले के अधिकांश भागों में घंटों बिजली आपूर्ति बंद रही वहीं आम के बागों में नुकसान हुआ है।
गनीमत रही कि हल्की बारिश होने के बाद बंद हो गई। धूलभरी हवा से लोगों को परेशनी हुई। एक्सईएन अमर सिंह ने कहा कि आंधी खत्म होने के बाद बिजली आपूर्ति बहाल करा दी गई थी।