पुरा मेला आज से, पग-पग पर शिवभक्तों की सुरक्षा
महाशिवरात्रि के अवसर पर पुरा महादेव मंदिर पर लगने वाला तीन दिवसीय मेला गुरुवार से शुरू होगा। मंदिर की निगहबानी कमांडो करेंगे। पुलिस शिवभक्तों की पग-पग पर सुरक्षा कर रही है।
बागपत, जेएनएन। महाशिवरात्रि के अवसर पर पुरा महादेव मंदिर पर लगने वाला तीन दिवसीय मेला गुरुवार से शुरू होगा। मंदिर की निगहबानी कमांडो करेंगे। पुलिस शिवभक्तों की पग-पग पर सुरक्षा कर रही है।
पुरा के प्राचीन परशुरामेश्वर महादेव मंदिर में 20 से 22 फरवरी तक मेला रहेगा। इस मौके पर शिवभक्त हरिद्वार से कांवड़ लेकर मंदिर पहुंचकर जलाभिषेक करते हैं। इनके अलावा वेस्ट यूपी, दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, राजस्थान समेत कई राज्यों के शिवभक्त वाहनों से बड़ी संख्या में मंदिर पहुंचते हैं। हरियाणा, दिल्ली आदि स्थानों के शिवभक्त बागपत के रास्ते अपने क्षेत्र में शिवालयों में कांवड़ लेकर जाते हैं। शिवभक्त बड़ी संख्या में डाक कांवड़ लेकर भी मार्गों से गुजरते है। उनकी सुरक्षा-व्यवस्था के लिए जनपद को छह जोन और 12 सेक्टरों में बांटा गया है। मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए पुलिस-प्रशासन पिछले करीब तीन सप्ताह से तैयारियों में लगा हुआ है। उनके द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है।
डीएम शकुंतला गौतम और एसपी प्रताप गोपेंद्र यादव ने मंगलवार को मंदिर परिसर और कांवड़ मार्गों का जायजा लेकर अधीनस्थों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए थे। मंदिर में शिवभक्तों का पहुंचना शुरू हो गया है। उनकी सुरक्षा में पुलिस ने मंदिर व कांवड़ मागरें पर डेरा डाल दिया है। पग-पग पर शिवभक्तों की सुरक्षा की जा रही है। एसपी का कहना है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है। पुरा में आज होगी ब्रिफिग
डीएम व एसपी गुरुवार को पुरा के मंदिर परिसर में मेला ड्यूटी में लगे सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ मीटिग करेंगे और उनको आवश्यक दिशा-निर्देश देंगे। एटीएस और बम डिस्पोजल
स्क्वाड रहेगा तैनात
मेले के दौरान कोई आंतकी घटना न हो जाए, इसलिए एटीएस और बम निरोधक दस्ता मुस्तैद रहेगा। काफी संख्या में सिविल पुलिस और पीएसी तैनात रहेंगी। कांवड़ियों की वेशभूषा में रहेंगे पुलिसकर्मी
मंदिर परिसर में असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए कांवड़ियों की वेशभूषा में पुरुष और महिला पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे। खुफिया तंत्र सक्रिय रहेगा। अब की बार नहीं टूटेगी बेरिकेडिग
मेले में भीड़ के दौरान बेरिकेडिग टूटना आम घटना होती थी। ऐसी स्थिति में वहां पर अफरा-तफरी मच जाती थी। इस बार मेले में अधिकांश स्टील की स्थाई बेरिकेडिग की गई है।