मार्कशीट पर प्रमोट, अब उच्च शिक्षा में नहीं मिल रहे दाखिले

माध्यमिक शिक्षा परिषद ने विद्यार्थियों को बिना परीक्षा दिए पास कर दिया। इंटरमीडिएट के छात्रों को प्रमोटेड लिखी मार्कशीट दिए जाने पर उन्हें स्नातक कक्षाओं में प्रवेश लेने में काफी कठिनाई हो रही है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 07:21 PM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 07:21 PM (IST)
मार्कशीट पर प्रमोट, अब उच्च शिक्षा में नहीं मिल रहे दाखिले
मार्कशीट पर प्रमोट, अब उच्च शिक्षा में नहीं मिल रहे दाखिले

बागपत, जेएनएन। माध्यमिक शिक्षा परिषद ने विद्यार्थियों को बिना परीक्षा दिए पास कर दिया। इंटरमीडिएट के ऐसे सैकड़ों विद्यार्थी हैं, जिनकी मार्कशीट पर प्रमोट लिखा है। इस कारण इन विद्यार्थियों को डिग्री कालेजों में दाखिले नहीं मिल रहे हैं। इससे इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है।

कोरोना वायरस के चलते विद्यार्थी कालेज बंद होने के कारण आनलाइन पढ़ाई करते रहे। वहीं यूपी बोर्ड ने विद्यार्थियों को बिना परीक्षा दिए उत्तीर्ण कर दिया था। इस विद्यार्थियों में कोई बीए करना चाहता था, तो कोई बीकाम, एलएलबी, तो किसी ने इंजीनियर बनने का ख्वाब संजो रखा था, लेकिन मार्कशीट पर प्रमोट लिख दिए जाने और कालेजों में प्रवेश नहीं मिलने से अब उन्हें अपना भविष्य चौपट होता नजर आ रहा है। प्रमोट के कलंक को हटाने के लिए विद्यार्थियों को या तो दोबारा से इंटरमीडिएट की परीक्षा देनी पड़ेगी, या फिर शासन से ही इनकी समस्या के समाधान के लिए कोई रास्ता निकाला जाए।

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हाईस्कूल-इंटरमीडिएट में 32754 विद्यार्थी हुए प्रमोट

जिले में कोरोना की वजह से 32754 विद्यार्थियों को प्रोन्नत किया गया है, जिनमें हाईस्कूल में 16548, इंटरमीडिएट में 16206 छात्र-छात्राएं थे। इन छात्रों को पूर्व की परीक्षाओं के आधार पर अंक आवंटित किए गए। जिन छात्रों की मार्कशीट पर प्रमोट लिखा है, विद्यालय और शासन स्तर से ही गड़बड़ी हुई है।

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इनका कहना है..

--शासन से आदेश हुआ है कि इंटरमीडिएट में ऐसे छात्र जिनकी मार्कशीट पर प्रमोट लिखा, उन्हें भी दाखिला दिया जाएगा। इसके लिए शासन से ही विश्वविद्यालयों को आदेशित किया जाएगा।

रवींद्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक।

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--प्रमोट वाले छात्रों को तब तक दाखिला नहीं देंगे, जब तक शासनादेश जारी होने के बाद विश्वविद्यालय से उन्हें आदेश नहीं हो जाता है। आदेश मिलते ही उनके मानकों के आधार पर छात्रों को दाखिले दिए जाएंगे। यह समस्या है कि प्रतिशत कैसे निकाली जाएगी। प्रतिशत नहीं निकलते तो आगे भी दिक्कत होगी।

डा. अनिल कुमार, प्राचार्य सम्राट पृथ्वीराज चौहान डिग्री कालेज बागपत।

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