मां से बिछड़ी तीन साल की बच्ची को पुलिस ने मिलाया
एक तीन वर्षीय बच्ची रविवार को सुबह अपने परिवार से बिछड़ कर रोती बिलखती बिनौली पहुंच गई।
बागपत, जेएनएन। एक तीन वर्षीय बच्ची रविवार को सुबह अपने परिवार से बिछड़ कर रोती बिलखती बिनौली पहुंच गई। उसे कई घंटे बाद महिला आरक्षी ने उसकी मां से मिलवाया। बच्ची को पाकर मां की जान में जान आई और उसने पुलिस का आभार व्यक्त किया।
हरियाणा के सोनीपत जनपद के पबनेरा गांव की रहने वाली संगीता पत्नी संजय पिचौकरा गांव में अपनी रिश्तेदारी में विनोद पुत्र जीतसिंह प्रजापति के यहां आई हुई थीं। इसी दौरान उनकी तीन वर्षीय बच्ची प्रियांशी बिछड़ गई, जो रोते-बिलखते बिनौली गांव में पहुंच गई। इस दौरान पंचायत चुनाव में ब्लाक पर ड्यूटी कर रहीं महिला आरक्षी मनीषा पंवार व सोनम सैनी की नजर उस पर पड़ी तो उन्होंने उसे गोद में उठाकर चुप कराया। इसके बाद महिला आरक्षी बच्ची को पुलिस जीप में बैठाकर आसपास के गांवों में घूमी और कई गांवों में मुनादी कराई, मगर परिजनों का पता नहीं चल सका। बाद में पिचौकरा गांव में जाकर पता किया तो बच्ची के स्वजन मिल गए। उसके बाद बच्ची को उसकी मां को सौंप दिया गया। नाबालिग से शादी से पहले दूल्हा पहुंचा हवालात
बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष राजीव यादव ने बताया कि शनिवार शाम जानकारी मिली कि बागपत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की 15 वर्षीय किशोरी नौवीं की छात्रा है।
किशोरी की रविवार को गांव के एक युवक से शादी होनी है। युवक दसवीं पास है और नौकरी की तैयारी कर रहा है। इस पर संज्ञान लेते हुए कोतवाली पुलिस को मामले की जांच करने के निर्देश दिए। पुलिस गांव में पहुंची तो युवक (दूल्हा) अपने स्वजन संग शादी रचाने के लिए मेरठ जाने की तैयारी कर रहा था, क्योंकि छात्रा अपने मामा के घर मेरठ में रहती है। उधर, कोतवाली प्रभारी एनएस सिरोही का कहना है कि नाबालिग से शादी रचाने से पहले ही युवक को पकड़ लिया गया है। इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।