अस्पताल में फुलेरा की महिला की डेंगू से मौत

डेंगू कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को फुलेरा में 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 09:24 PM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 09:24 PM (IST)
अस्पताल में फुलेरा की महिला की डेंगू से मौत
अस्पताल में फुलेरा की महिला की डेंगू से मौत

बागपत, जेएनएन। डेंगू कम होने का नाम नहीं ले रहा है। रविवार को फुलेरा में 45 वर्षीय महिला की शाहदरा के एक अस्पताल में इला•ा के दौरान मौत हो गई। जबकि दर्जनों छोटे बड़े बुखार से पीड़ित है।

कमंसूरपुर, सरफाबाद, लहचौड़ा, विनयपुर और सिगौलीतगा गांव में डेंगू के मरीज मिले है। रविवार को फुलेरा गांव में 45 वर्षीय मधु पत्नी मुकेश यादव की शाहदरा के स्वामी दयानन्द अस्पताल में मौत हो गयी। स्वजनों ने बताया कि मधु पिछले सप्ताह से बुखार था। पहले नजदीक के प्राइवेट डाक्टर से इलाज दिलाया लेकिन लाभ न मिलने पर अस्पताल में भर्ती कराया। रविवार को उसकी डेंगू से मौत हो गई। जबकि गांव में दर्जनों छोटे बड़े बुखार से पीड़ित है। ग्रामीणों ने विभाग से गांव में शिविर लगाने की मांग की है। इससे पूर्व भी विनयपुर में 10वीं के छात्र और सरफाबाद में महिला की मौत हो चुकी है। दोनों ही मौत को स्वास्थ्य विभाग डेंगू के कारण होने से इंकार कर रहा है। विश्व पोलियो दिवस पर मदरसे में कार्यक्रम का आयोजन

शाहजहांपुर गांव के दारुल अशरफिया मदरसा में कोर एडरा इंडिया व स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में विश्व पोलियो दिवस का आयोजन किया गया, जिसमें 36 बच्चों ने भाग लिया।

कार्यक्रम में बच्चों को बीएमसी विनोद कुमार ने बताया कि 1995 में शून्य से पांच वर्ष के बच्चों के लिए पोलियो अभियान की शुरूआत की गई थी, जिसके तहत बनाए गए बूथों पर पोलियो की खुराक पिलाई गई। इसके बाद वर्ष 1999 से घर-घर जाकर पोलियो की खुराक पिलाने का सिलसिला शुरू हुआ। बाद में इस अभियान से धर्मगुरु और समाज सेवी संस्थाएं भी जुड़ी। इन कवायदों के बाद भारत में 2011 के बाद कोई भी पोलियो का केस नहीं मिला। 27 मार्च 2014 को भारत को पोलियो मुक्त देश घोषित कर दिया गया। इस मौके पर कम्यूनिटी मोबिलाइजेशन हीना, मौलाना खालिद, कारी अबूजर, ग्राम प्रधान घसीटा, पूर्व सीएमसी खलील, फुरकान, आशा, प्रवीण, मोनू आदि मौजूद रहे।

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