पुरानी बीमारी से ग्रस्त लोग बरतें विशेष सतर्कता
सीएचसी के कोविड वार्ड में ड्यूटी दे रहे डा. सतीश का कहना है कि कोरोना बीमारी से संक्रमित हो चुके लोगों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिये।
जेएनएन, बागपत : सीएचसी के कोविड वार्ड में ड्यूटी दे रहे डा. सतीश का कहना है कि कोरोना वायरस से पुरानी बीमारी से ग्रस्त लोगों को अधिक खतरा है। वैज्ञानिकों के शोध के अनुसार बीपी, हृदय, फेफड़ों की बीमारी, कैंसर व शुगर से जूझ रहे लोगों के लिए कोरोना से अधिक खतरनाक है। बुजुर्गों को घर से बिल्कुल नहीं निकलना चाहिए। सभी को परिवार के वृद्धों का अधिक ध्यान रखना होगा। घर से निकलते हुए मास्क व शारीरिक दूरी का पालन जरूर करें। हल्का बुखार होने पर भी तुरंत डाक्टर से संपर्क करें। कोरोना को लेकर कोताही कतई न बरतें। कोरोना जानलेवा वायरस है, पर ऐसा नहीं किसी इससे बचा ही न जा सके। सुरक्षा बरतकर कोरोना को हराया जा सकता है।
---------------
इलाज के दौरान करें
नियमों का पालन
लोगो: हां, हमने कोरोना हराया
संवाद सहयोगी, खेकड़ा : कोविड अस्पताल में जानलेवा कोरोना संक्रमण को हराकर घर लौटे संजय सिंह का कहना है कि कोरोना संक्रमण बहुत खतरनाक बीमारी है। ऐसा नहीं कि इसे परास्त नहीं किया जा सकता है। इससे बचाव के लिए लोगों को कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए। अगर संक्रमित होते हैं तो इलाज के दौरान नियम का कड़ाई से पालन करें। इलाज में कोई कोताही नहीं बरतें। इच्छा शक्ति को मजबूत कर कोरोना को मात दिया जा सकता है। डाक्टर की सलाह के अनुसार इलाज व परहेज करना चाहिए। सतर्कता में ही बचाव है।
कोरोना संक्रमित तीन मरीजों की अस्पताल में मौत
खेकड़ा: कोविड अस्पताल में भर्ती संक्रमित तीन मरीज ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस मौजूदगी में मरीजों के शवों का अंतिम संस्कार कराया। 24 घंटों में सात मरीज की मौत होने से स्टाफ में भी दहशत है।
शनिवार रात को भी कोविड अस्पताल में भर्ती तीन मरीजों ने इलाज के दौरान वेंटीलेटर पर दम तोड़ दिया। मरीजों का दो दिन से वेंटीलेटर पर इलाज चल रहा था। विभाग से मौत की जानकारी मिलने पर स्वजन में कोहराम मच गया। मरने वालों में खेकड़ा कोतवाली की एक महिला है, जबकि एक मेरठ व तीसरा मरीज मोदीनगर का है। विभाग ने पुलिस मौदूजगी में मरीजों के शवों का दाह कोरोना नियम के तहत कराया। विभाग ने पुलिस मौजूदगी में शव का दाह संस्कार कराया। शुक्रवार से शनिवार रात तक 24 घंटों के भीतर अस्पताल में सात संक्रमितों की मौत होने से स्टाफ में भी दशहत है। भर्ती मरीजों में कई की हालत अभी भी चिताजनक बनी है।