अफवाहों में फंसे लोग, टीकाकरण का कर रहे विरोध

जिले में कोरोना टीकाकरण का विरोध अभी जारी है। गांव के लोग कैंपों में टीकाकरण को नहीं पहुंच रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 09:49 PM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 09:49 PM (IST)
अफवाहों में फंसे लोग, टीकाकरण का कर रहे विरोध
अफवाहों में फंसे लोग, टीकाकरण का कर रहे विरोध

बागपत, जेएनएन। जिले में कोरोना टीकाकरण का विरोध अभी जारी है। गांव के लोग कैंपों में टीका लगवाने के लिए नहीं पहुंचे रहे हैं। टीकाकरण के लिए प्रेरित करने जाने वाले हेल्थवर्करों के साथ अभद्रता की जा रही है। मारपीट तक हो चुकी है। वर्तमान हालत भी कुछ ऐसे ही हैं। इन लोगों को अफसर तक नहीं समझा पाए है। इसी कारण जिले में टीकाकरण का प्रतिशत नहीं बढ़ पा रहा है।

कोरोना का सुरक्षा घेरा जिले में बने, इसके लिए सभी युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक को टीकाकरण किया जा रहा है। कोरोनारोधी टीके से कोई वंचित न रहे, इसे लेकर प्रशासन हर गांव और शहर के निर्धारित उम्र के लोगों को टीकाकरण कराने के लिए प्रेरित और जागरूक कर रहे है। प्रशासन की अपील को कुछ लोग बेअसर कर रहे है। गांवों में कुछ लोगों का विरोध अभी रुका नहीं है। ऐसे अधिकांश गांव और शहरों में रहने वाले कुछ लोग ही है, जो विरोध तो कर ही रहे है, उल्टा कर्मचारियों के साथ अभद्रता और मारपीट कर रहे हैं। एसडीएम, तहसीलदार और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इन विरोधियों के बीच पहुंच कर उन्हें जागरूक करने के लिए जा रहे हैं, लेकिन अफसरों तक के सामने ये लोग इन्कार कर रहे हैं। आए दिन किसी न किसी गांव में कर्मचारियों के साथ अभद्रता और नोकझोंक होना आम हो गया है। प्रशासन लोगों को जागरूक करने में विफल साबित हो रहा है। हेल्थवर्करों में बना हुआ है भय का माहौल

टीकाकरण के लिए जिन हेल्थ वर्करों को घर-घर जाकर जागरूक करने और बूथों पर लाने की जिम्मेदारी दी गई है, अब उनमें भय का माहौल है। गांवों में इन विरोधियों के मोहल्लों में ये हेल्थवर्कर नहीं जा रहे हैं। विभागीय अफसरों से मांग कर रहे है जब उनकी सुरक्षा होगी तभी वह इन लोगों के बीच जाएंगे।

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--गांव और शहरों के जिन मोहल्लों में टीकाकरण का विरोध किया जा रहा है, वहां लोगों को जागरूक करने के लिए धर्म गुरुओं का सहयोग लिया जाएगा। विभाग की सहयोगी संस्थाओं को भी यहां भेजकर लोगों को जागरूक कराएंगे। अभी दर्जनों गांवों है जहां विरोध किया जा रहा है।

डा. आरके टंडन, मुख्य चिकित्साधिकारी।

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