बैट्री मिस्त्री ने दुकान का सिलेंडर देकर बचाई जान

कोरोना की दूसरी लहर में चौतरफा मची त्राहि-त्राहि के बीच तार-तार होती मानवीय संवेदनाओं के समाचार आ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 10:13 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 10:13 PM (IST)
बैट्री मिस्त्री ने दुकान का सिलेंडर देकर बचाई जान
बैट्री मिस्त्री ने दुकान का सिलेंडर देकर बचाई जान

बागपत, जेएनएन। कोरोना की दूसरी लहर में चौतरफा मची त्राहि-त्राहि के बीच तार-तार होती मानवीय संवेदनाओं के समाचार खूब आ रहे हैं, मगर इस आपदा में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो निस्वार्थ भाव से परोपकार कर मानवता का झंडा बुलंद किए हुए हैं।

ताजा मामले में सड़क पर दौड़ती एंबुलेंस में अचानक आक्सीजन खत्म हो गई, इससे उखड़ी मरीज की सांसों को बैट्री बनाने वाले मिस्त्री ने अपनी दुकान का सिलेंडर देकर राहत पहुंचाई। इसके बाद मरीज को हास्पिटल में भर्ती कराया जा सका।

बड़ौत-मुजफ्फरनगर मार्ग पर गुरुवार सुबह बुढ़ाना कस्बे से एंबुलेंस में एक महिला को गाजियाबाद हास्पिटल में भर्ती कराने के लिए ले जाया जा रहा था। महिला को सांस लेने में तकलीफ थी, इसीलिए उसे आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। पुसार गांव के नजदीक पहुंचते ही एंबुलेंस में रखा आक्सीजन सिलेंडर खाली हो गया और महिला मरीज की हालत तेजी से बिगड़ने लगी। चालक ने एंबुलेंस को सड़क किनारे रोक दिया और एंबुलेंस में मौजूद स्वजन प्राथमिक चिकित्सा के सहारे महिला की उखड़ती सांसों को संयत करने में जुट गए। इसी दौरान वहां से गुजर रहे टीकरी गांव निवासी सतेंद्र राठी ने यह देखा, तो उसने आनन-फानन में अपनी नजदीक स्थित बैट्री की दुकान का ताला खोलकर, वहां से आक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराया। एंबुलेंस चालक ने तुरंत भरे आक्सीजन सिलेंडर से सप्लाई चालू की, जिसके बाद महिला मरीज की हालत में सुधार आया। इसके बाद एंबुलेंस महिला मरीज को लेकर गाजियाबाद के लिए रवाना हो गई।

सतेंद्र राठी ने बताया कि उसकी बैट्री बनाने की दुकान है। फिलहाल लाकडाउन में दुकान बंद चल रही है और दुकान में आधा प्रयोग हो चुका आक्सीजन सिलेंडर रखा हुआ था। इत्तेफाक से उसकी दुकान के नजदीक ही एंबुलेंस की आक्सीजन खत्म हो गई और इसी दौरान वह किसी काम से दुकान की तरफ आए हुए थे। सतेंद्र राठी ने कहा कि ऐसे संकट के समय में जितना हो सके दूसरों की मदद करनी चाहिए।

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