उफ..ये लापरवाही लोगों की जान लेकर रहेगी

कोरोना का प्रकोप इस कदर मचा है कि लोगों की जान जा रही हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 06 May 2021 10:27 PM (IST) Updated:Thu, 06 May 2021 10:27 PM (IST)
उफ..ये लापरवाही लोगों की जान लेकर रहेगी
उफ..ये लापरवाही लोगों की जान लेकर रहेगी

बागपत, जेएनएन। कोरोना का प्रकोप इस कदर मचा है कि लोगों की जान जा रही हैं। लोगों के फेफड़ों पर वायरस का कब्जा होता जा रहा है। केस इतने बढ़ गए हैं कि लोगों की रूह कांप रही है।

लाकडाउन में प्रशासन की छूट की वजह से लोग लापरवाह हो गए हैं। दुकानों पर बिना किसी सुरक्षा के सामान खरीदने के लिए जा रहे हैं। दुकानों पर इस समय हालत बहुत खराब कर दिए। यहां लोगों के बीच शारीरिक दूरी का पालन नहीं कराया जा रहा है। दुकानदार मास्क का इस्तेमाल गलत कर रहे है। ये लापरवाही लोगों की जान लेकर रहेगी। इन लापरवाह लोगों की वजह से कोरोना का संक्रमण तेजी के साथ फैल रहा है। लाख कोशिश के बीच जागरूकता की राह पर लोग चलने को तैयार नहीं हैं। सड़क पर भीड़ देख अंदाजा लगाया जा सकता है कि किस तरह लापरवाही बरती जा रही है। जो रोडवेज और प्राइवेट बसें चल रही हैं, उनमें बिना मानक के यात्रियों को बैठाकर उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है।

सीएमओ डा. आरके टंडन ने कहा कि कोरोना का प्रकोप को कम करने के लिए सावधान रहने की जरूरत है, क्योंकि वायरस का संक्रमण तेजी से जकड़ रहा है और बीमार कर रहा है। इसलिए घर पर रहें, सुरक्षित रहें और मास्क लगाकर रखें। 16 सत्रों में 1457 ने कराया कोरोना का टीकाकरण

स्वास्थ्य विभाग की ओर से सीएचसी क्षेत्रों के स्वास्थ्य केंद्रों पर 16 लगाकर टीकाकरण किया है। 1600 के लक्ष्य के सापेक्ष 1457 लोगों को टीकाकरण किया गया। सीएमओ डा. आरके टंडन ने बताया कि बागपत सीएचसी में 300 के सापेक्ष 147, बड़ौत सीएचसी में 100 के सापेक्ष 140, बिनौली में 400 के सापेक्ष 380, छपरौली में 400 के सापेक्ष 390, खेकड़ा में 200 के सापेक्ष 250 और पिलाना सीएचसी में 200 के सापेक्ष 150 को टीका लगाया गया है। अब पंजीकरण के बिना नहीं होगा टीकाकरण

सीएमओ डा. आरके टंडन ने बताया कि अब 45 वर्ष से ऊपर के लोगों को आनलाइन पंजीकरण कराने के बाद ही टीकाकरण होगा। यह पंजीकरण प्रथम डोज के लिए। अब आन द स्पाट पंजीकरण की व्यवस्था दस मई के बाद स्थगित कर दी गई है। उन्होंने बताया कि दोनों डोज मिलने के दो से तीन सप्ताह के बाद ही लाभ प्राप्त होता है। कोरोना का खतरा कम हो जाता है। कोविशील्ड की प्रथम डोज में चार से आठ सप्ताह एवं को-वैक्सीन के लिए चार से छह के मध्य द्वितीय डोज का प्रावधान किया गया है।

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