कोरोना के बिगड़ते हालात के बीच लापरवाही चरम पर
कोरोना की दूसरी लहर डरावनी होती जा रही है। बीमार लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। माहौल बिगड़ता जा रहा है।
जेएनएन, बागपत : कोरोना की दूसरी लहर डरावनी होती जा रही है। बीमार लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। माहौल लगातार बिगड़ता जा रहा है। बढ़ते हुए प्रकोप के बीच लोग अभी भी लापरवाही बरत रहे हैं। वायरस को घर के लिए निमंत्रण दिया जा रहा है।
बेकाबू कोरोना वायरस लोगों की जान पर बन आया है। लोगों की जिदगी खत्म होती जा रही है। संक्रमितों के आंकड़े में भी बढ़ोतरी हो रही हैं। यह दूसरी लहर लोगों के स्वास्थ्य पर तेजी से असर डाल रही है। बीमार होते ही स्वास्थ्य केंद्रों पर भर्ती होना पड़ रहा है। लोगों को इलाज कराने में मोटी रकम खर्च करने के अलावा अन्य व्यवस्थाओं के लिए भी दौड़ लगानी पड़ रही है। इतनी सब परेशानियां बढ़ रही है, लेकिन लोग लापरवाही बरतने से बाज नहीं आ रहे हैं। दुकानदारों का भी यह ही हाल है। कपड़े, जूते और लोहे का सामान बेचने वाले दुकान के बाहर ही लोगों की भीड़ इकट्ठा कर लेते हैं। शारीरिक दूरी का पालन नहीं कराया जाता है। नियम है 11 बजे तक दुकान खोलने है, दुकानदार शाम तक दुकानों को खोले बैठे रहते है। दुकानदारों को अपने स्वास्थ्य का ख्याल नहीं है, लोग भी जागरूक नहीं हो रहे है। कोरोना का भयंकर रूप लोग देख रहे है। इसके बावजूद अपना बचाव नहीं कर रहे है। सीएमओ डा. आरके टंडन ने कहा कि लोगों को भी जागरूक होकर अपनी सुरक्षा करनी चाहिए। बीमार होने पर उन्हें अकेले ही एक बेड पर दस दिनों तक रहना पड़ता है। उस दौरान उनके पास न तो स्वजन होते है और न ही कोई रिश्तेदार। इस परेशानी से बना है तो सावधानियां बरतनी पड़ेगी। सरकारी विभागों में हो रहा गाइडलाइन का उल्लंघन
-ऊर्जा निगम और स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण के दौरान कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं हो रहा है। दोनों ही विभागों के अफसर बीमारी को फैलाने में साथ दे रहे है। सभी जानते है शारीरिक दूरी से बीमारी दूर रहती है, उसके बावजूद दूरी नहीं बनाते है। ऐसे हालत से बचने के लिए अफसरों को कठोर कदम उठाने की जरूरत है।