लगातार बारिश से बढ़ेगा यमुना में बाढ़ का खतरा

पहाड़ों में लगातार बारिश के कारण ताजेवाला व हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 29 Jul 2021 10:18 PM (IST) Updated:Thu, 29 Jul 2021 10:18 PM (IST)
लगातार बारिश से बढ़ेगा यमुना में बाढ़ का खतरा
लगातार बारिश से बढ़ेगा यमुना में बाढ़ का खतरा

बागपत, जेएनएन। पहाड़ों में लगातार बारिश के कारण ताजेवाला व हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी बागपत के लिए खतरे का सबब बन गया है। यमुना किनारे बसे करीब दर्जन भर गांव में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। बुधवार को छोड़ा गया 1.60 लाख क्यूसेक जिले में पहुंचने से यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा है।

पहाड़ी क्षेत्रों में रुक रुककर हो रही बारिश से ताजेवाला और हथिनीकुंड बैराज में क्षमता से अधिक जल एकत्रित हो जाने के कारण बुधवार को 1.60 लाख क्यूसेक पानी यमुना में छोड़ा गया था। जो गुरुवार शाम बागपत की सीमा में प्रवेश कर गया जिससे यमुना का जलस्तर बढ़ने लगा। इससे क्षेत्र के मवीकलां, काठा, सांकरौद, निवाड़ा, खेड़ा हटाना, जागोश आदि गांव में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। बाढ़ से लाखों रुपये की फसल बर्बाद होने का खतरा बना हुआ है। किसान राजपाल, संदीप, मनोज आदि का कहना है कि हर साल यमुना में पानी आने से उनके खेत का काफी हिस्सा कटकर बह जाता है। इससे किसानों को काफी नुकसान होता है। वहीं उनका कहना है कि अभी कोई विशेष खतरा नहीं है पर और पानी छोड़ा जाता है तो फसल डूबने का खतरा बनेगा। यमुना किनारे गली धान की फसल की बह जाने का खतरा है। जून से सबक लेते हुए प्रशासन ने बाढ़ से निपटने की पुख्ता तैयार करने का दावा किया है। निचले इलाकों में कृषि कार्य को जाने वाले किसान और मजदूरों को अब यमुना के नजदीक नहीं जाने की चेतावनी दी है। इन सब के बावजूद प्रशासन के आदेश को धता बताकर मवीकलां गांव के नजदीक ईपीई पुल के नीचे लोगों को यमुना के बीच खड़े होकर व नाव से मछली पकड़ते हुए भी देखा गया। उधर नूरपुर गढ़ी के किसान सुरेंद्र का कहना है कि शाम के समय जलस्तर बढ़ने लगा है। दोपहर को यमुना का जलस्तर तीन दिन के मुकाबले काफी घट गया था। एसडीएम अजय कुमार ने कहा कि प्रशासन अलर्ट है। सभी बाढ़ चौकियों पर कर्मचारियों की तैनाती की गई है। वहीं कलक्ट्रेट में कंट्रोल रूम बनाया गया है।

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