हत्यारोपित ताऊ और तहेरे भाई को जेल भेजा
पुलिस ने धनौरा सिल्वरनगर गांव में भूमि के लालच में अपने भतीजे की हत्या करने के आरोप में अदालत में पेश किया गया।
बागपत, जेएनएन। पुलिस ने धनौरा सिल्वरनगर गांव में भूमि के लालच में अपने भतीजे की हत्या करने के आरोपित ताऊ और तहेरे भाई को अदालत में पेश किया। वहां से दोनों को जेल भेज दिया गया। आरोपित ताई की गिरफ्तारी को पुलिस लगातार दबिश दे रही है।
इंस्पेक्टर देवेश कुमार सिंह ने बताया कि धनौरा सिल्वरनगर गांव में आठ मई की रात लगभग दस बजे घर पर ही राहुल को गोली मार दी गई थी। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। राहुल के भाई पिटू ने थाने में तहरीर दी थी कि उसके भाई ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। घटना में प्रयुक्त हथियार बरामद नहीं हुआ था। पुलिस को पता चला कि यह तहरीर डरा धमकाकर राहुल के ताऊ ने ही दिलवाई है। शक होने पर पुलिस ने अपनी ओर से मुकदमा दर्ज कर राहुल के ताऊ विनोद व उसके बेटे सचिन को गिरफ्तार कर हत्या में प्रयुक्त पिस्टल बरामद कर ली थी। दोनों ने राहुल की हत्या भूमि के लालच में की थी। घटना के बाद राहुल की ताई मुन्नी ने खून साफ करते हुए साक्ष्य को मिटा दिया था।
विनोद ने वर्ष 2003 में भूमि के विवाद में ही राहुल की मां मुनेश की भी हत्या कर दी थी, जिसमें उसे आजीवन कारावास हुआ था, लेकिन वह जमानत पर था। इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपित मुन्नी की तलाश की जा रही है। सिपाही की मौत से गांव में शोक
किशनपुर बराल गांव के रहने वाले सिपाही की कन्नौज में सड़क दुर्घटना में हुई मौत की जानकारी मिलने पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई। स्वजन सिपाही का शव लेने के लिए कन्नौज रवाना हो गए।
गांव किशनपुर बराल निवासी रॉकी तोमर पुत्र रमेश कन्नौज थाने में सिपाही के पद पर तैनात था। मंगलवार को उसकी हादसे में मौत हो गई। जब इस हादसे की जानकारी ग्रामीणों व स्वजन को मिली, तो गांव में शोक की लहर दौड़ गई। स्वजन उसका शव लेने कन्नौज रवाना हो गए। सिपाही के चाचा मोहित ने बताया कि दो भाइयों में रॉकी बड़ा था और अविवाहित था। वर्ष 2019 में वह यूपी पुलिस में भर्ती हुआ था। उसकी पहली तैनाती कन्नौज थाने में ही हुई थी। वह एक माह पहले ही छुट्टी बिताकर घर से वापस गया था। उसके पिता रमेश एक छोटे किसान हैं। छोटा भाई रवि गांव में ही रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा है।