आपदा को अवसर में बदला : कोरोना काल में बाजार में महंगी हो गईं जीवनरक्षक दवा
आपदा को भी दवा कपंनियां अवसर में बदल रही हैं।
बागपत, जेएनएन। आपदा को भी दवा कपंनियां अवसर में बदल रही हैं। मजबूरी का फायदा उठाकर जीवन रक्षक दवाओं के दामों में बढ़ोतरी कर दी है। जीवन रक्षक दवाओं पर कोरोना के साथ-साथ महंगाई की मार पड़ी है। किसी दवा के दाम में दस तो किसी में 15 रुपये तक की बढ़ोतरी हुई है। वहीं, आक्सी मीटर, भाप लेने वाला नेबुलाइजर, बीपी मशीन, थर्मामीटर और आक्सीजन किट पर कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है। आनलाइन बुक करने पर भी ये उपकरण महंगे दाम में मिल रहे हैं। कुछ जरूरी दवा भी स्टोर पर नहीं मिल रही है। एन-95 मास्क तो मेडिकल स्टोर से गायब ही हो गए हैं।
ये दवा नहीं मिल रही स्टोर पर
-विटामिन-सी, जिक, आइवैक्सीन, डाउलिनरेमपोल, क्यूसिनेक-600, मेढरोल 04-एमजी, मेढरोल 08-एमजी, मेढरोल 16-एमजी, न्यूकोर्ट-04-एमजी, न्यूकोर्ट-08 एमजी, न्यूकोर्ट-08-एमजी, न्यूकोर्ट-16-एमजी, लिबीसल्बुटामोल दवा नहीं मिल रही है।
बढ़ रहे दवाओं के दाम
दवा का नाम, अब के दाम, पहले दाम
पैरासिटामाल 10 रुपये 08
एजिथ्रोमाइसिन 75 65
डाक्सी-100 30 21
जीडेक्स 116 129
ब्रोजी डेक्स 116 130 विक्स एक्सन-500 44 40 विक्स वैपोरब 38 35
नोट: ये दवा के दाम मेडिकल स्टोर से लिए गए हैं।
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स्वास्थ्य से जुड़े उपकरणों के दाम में भी उछाल उपकरण पहले के दाम अब के दाम
आक्सीमीटर चाइना 400 रुपये 1400 रुपये
आक्सीमीटर इंडिया 800 रुपये 1800 रुपये
थर्मामीटर 90 रुपये 140 रुपये
न्बूलाइजर मशीन 300 रुपये 1500 रुपये
बीपी मशीन 1000 रुपये 1200 रुपये
आक्सीजन किट 2000 रुपये 6500 रुपये
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--दवाओं पर जो दाम बढ़ रहे हैं वह रा-मेटेरियल के रेट बढ़ने से बढ़े हैं। किसी भी मेडिकल स्टोर पर दवा की कमी नहीं है। जरूरत की हर दवा भरपूर मात्रा में है। अगर किसी दवा की कमी है, तो मेडिकल स्टोर संचालक उन्हें बताएं, उसकी पूर्ति करा देंगे।
वैभव बब्बर, जिला औषधि निरीक्षक।