सरसों के तेल से करें मालिश, नाक में डालें एक-एक बूंद शुद्ध देशी घी

आयुर्वेद में सभी रोगों का उपचार है चाहे फिर कोरोना ही क्यों न हो। शर्त यह है कि हम नियमित रूप से बताए गए नुस्खों का इस्तेमाल करें। काढ़े के सेवन से रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है वहीं बीमारी भी फुर्र हो जाती है। सप्ताह में दो बार सरसों के तेल से शरीर की मालिश हो जाए तो काफी लाभकारी रहेगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:43 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 12:43 AM (IST)
सरसों के तेल से करें मालिश, नाक में डालें एक-एक बूंद शुद्ध देशी घी
सरसों के तेल से करें मालिश, नाक में डालें एक-एक बूंद शुद्ध देशी घी

जेएनएन, बागपत। आयुर्वेद में सभी रोगों का उपचार है, चाहे फिर कोरोना ही क्यों न हो। शर्त यह है कि हम नियमित रूप से बताए गए नुस्खों का इस्तेमाल करें। काढ़े के सेवन से रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, वहीं बीमारी भी फुर्र हो जाती है। सप्ताह में दो बार सरसों के तेल से शरीर की मालिश हो जाए तो काफी लाभकारी रहेगा।

क्षेत्रीय आयुर्वेद एवं यूनानी अधिकारी डा. एमके कौशिक ने बताया कि आयुर्वेद में सभी रोगों का उपचार संभव है। कोरोना की महामारी फैल रही है तो इससे भी बचाव हमें खुद ही करना है। चलिए कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं, जिससे कोरोना से आप खुद की सुरक्षा कर सकते हैं। सभी घरों में सरसों का तेल, शुद्ध देशी घी तो मिल ही जाएगा। हमें बस इतना करना है कि सरसों का तेल या देशी घी की एक-एक बूंद को नाक में डालनी है। बादाम रोगन का भी इस्तेमाल कर सकते है। यह कार्य करने से हमें शरीर में कोरोना का वायरस पहुंचे तो नष्ट हो जाएगा। हमे सप्ताह में दो बार सरसों के तेल की मालिश करनी है। मालिश से शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है, जो बहुत लाभकारी है। इस नुस्खे को अपनाएंगे तो बीमारी छू भी नहीं पाएगी। उन्होंने बताया कि सभी घरों में काली मिर्च, दालचीनी, सोंठ, तुलसी जरूर मिलेगी। इन सभी को थोड़ी-थोड़ी मात्रा में करीब 150 ग्राम पानी में तब तक उबालना है, जब तक वह आधा न रह जाए। काढ़ा तैयार हो जाए तो आधा-आधा चम्मच दो लोग सेवन कर सकते है। इससे भी इम्यूनिटी बढ़ेगी। नियमित योग करने से भी शरीर स्वस्थ रहता है।

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यह जरूर करें

कोरोना का वायरस नाक, मुंह के जरिए गले में पहुंच जाता है, जिसके बाद धीरे-धीरे फेफड़ों पर धावा बोल देता है। उसके बाद परेशानियां शुरू हो जाती है। इससे बचाव के लिए हमें दिन में दो बार गर्म पानी में नमक डालकर गरारे करने हैं। इस प्रक्रिया को अपनाने से वायरस खत्म हो जाएगा।

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ताजे फल, नींबू पानी और

गन्ने का रस जरूर पीएं

खाली पेट कभी भी नहीं रहना चाहिए। समय-समय पर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। जो भी पंसद आए, उसे खाएं। वहीं ताजे फल, नींबू का पानी और गन्ने के रस का भी सेवन करें। विटामिन सी जिस भी खाद्य वस्तु में है, उसे जरूर लें।

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