तेंदुआ प्रकरण : वन विभाग, पुलिस और रेलवे विभाग उलझा
आठ जनवरी को दिल्ली-सहारनपुर रेलवे ट्रैक के पास मिले माता तेंदुए के शव को लेकर मामला उलझा हुआ है।
बागपत, जेएनएन। आठ जनवरी को दिल्ली-सहारनपुर रेलवे ट्रैक के पास मिले माता तेंदुए के शव को लेकर वन विभाग, पुलिस और रेलवे विभाग ने जांच शुरू कर दी है। सभी विभाग के अधिकारी अपने-अपने दावे को मजबूती के साथ रख रहे हैं, जिसके बाद अब पुलिस ने अब वन विभाग से तेंदुए के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि आखिर तेंदुए की मौत के कारण क्या रहे हैं? तेंदुए को शिकारियों ने मारा, वह बीमारी से मरा या उसकी मौत का कारण ट्रेन से हुआ हादसा बना। वन विभाग कर रहा है जांच
इंस्पेक्टर अजय कुमार शर्मा ने बताया कि वन विभाग की ओर से मुकदमा दर्ज कराया गया है कि तेंदुए की मौत अजमेर एक्सप्रेस की टक्कर लगने से हुई है। शव का पोस्टमार्टम भी कराया गया है। तेंदुए की मौत को लेकर विभाग में जांच चल रही है। अधिकारी इसे हादसा मान रहा है। रेलवे विभाग में भी हो रही जांच
इंस्पेक्टर अजय कुमार शर्मा ने बताया कि रेल स्टेशन बड़ौत के अधीक्षक की ओर यह जानकारी मिली है कि ट्रेन चालक ने ट्रैक पर हादसे की जानकारी नहीं दी है और न ही ट्रेन को रोका गया है। यदि ट्रेन की टक्कर तेंदुए को लगती तो चालक इसकी जानकारी उन्हें अवश्य देता। अधिकारी इसे हादसा नहीं मान रहे हैं। जांच अधिकारी ने मांगी पोस्टमार्टम रिपोर्ट
इंस्पेक्टर अजय कुमार शर्मा ने बताया कि मुकदमे के आधार पर पूरे मामले की जांच की जा रही है। रेलवे अधीक्षक, आरपीएफ के जवानों के अलावा वन विभाग के अधिकारियों से भी संपर्क किया गया है। मौत का असल कारण जानने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट मांगी गई है।