सहकारी समिति में इंटरनेट ठप, बीज-खाद खरीदने के पड़े लाले
कृषक सेवा सहकारी समिति में आए दिन इंटरनेट सेवा बाधित रहने से किसानों को परेशानी उठानी पड़ी।
बागपत, जेएनएन। कृषक सेवा सहकारी समिति में आए दिन इंटरनेट सेवा बाधित रहने से किसानों को ऋण व खाद बीज लेने में असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा।
कृषक सेवा सहकारी समिति बिनौली से क्षेत्र के सिरसलगढ़, दरकावदा, मुकीमपुरा, गढ़ीदुल्ला, फजलपुर, तेड़ा, सिरसली, रंछाड़, बिजवाड़ा, दादरी, जिवाना, चिरचिटा, मवीकला आदि सहित दो दर्जन गांवों के किसान कृषि ऋण के अलावा खाद, बीज, उर्वरक आदि लेते हैं। लेकिन पिछले एक पखवाड़े से इंटनेट सेवा बाधित रहने से किसानों को तमाम असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। कमोवेश दाहा व दोघट समितियों में भी ऐसा ही हाल है। किसानों ने सहकारिता विभाग के आला अधिकारियों से इंटनेट सेवा सुचारू कराने की मांग की है। इस बाबत समिति एमडी धर्मबीर सिंह का कहना था कि जल्द इंटरनेट सेवा बहाल हो जाएगी। उर्वरकों को लेकर बार्डर पर पहरेदारी का आदेश
फास्फेटिक उर्वरकों की खरीद में आई तेजी आने से शासन चौकन्ना हो गया है। शासन ने दूसरे राज्यों के बार्डर पर निगरानी करने का आदेश दिया।
डीएम राज कमल यादव ने एसपी बागपत को यूपी-हरियाणा बार्डर समेत जिले की सीमाओं पर पुलिस से निगरानी कराने को लिखा है ताकि उर्वरक उत्तर प्रदेश से बाहर न जाने पाए।
अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी ने बागपत समेत दूसरे राज्यों की सीमा पर स्थित जिलों के डीएम को सतर्कता बरतने का आदेश दिया है। दूसरे राज्यों के किसानों को उर्वरक नहीं बिकने देने तथा स्थानीय किसानों को जोत-बही या खतौनी के आधार पर उर्वरक बिक्री करने का आदेश दिया है।
वहीं अब डीएम राज कमल यादव ने एसपी बागपत को सीमाओं पर पुलिस से निगरानी कराने को लिखा है। डीएम ने उप कृषि निदेशक को उन विक्रेताओं की जांच करने का आदेश दिया है, जिन्होंने सर्वाधिक उर्वरकों की बिक्री की है। उप कृषि निदेशक प्रशांत कुमार ने बताया कि उर्वरक कालाबाजारी रोकने को प्रत्येक ब्लाक में एक अधिकारी यानी कुल छह अधिकारियों को नोडल अधिकारी नामित किए हैं।