इंटरनेट मीडिया आपका साथी, न करें दुरुपयोग : अमित तेवतिया

कोरोना काल में विद्यार्थी जीवन भी प्रभावित हुआ है जिसके फलस्वरूप शिक्षण कार्य तथा शिक्षा का प्रारूप बदल गया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 09:52 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 09:52 PM (IST)
इंटरनेट मीडिया आपका साथी, न करें दुरुपयोग : अमित तेवतिया
इंटरनेट मीडिया आपका साथी, न करें दुरुपयोग : अमित तेवतिया

बागपत, जेएनएन। कोरोना काल में विद्यार्थी जीवन भी प्रभावित हुआ है, जिसके फलस्वरूप शिक्षण कार्य तथा शिक्षा का प्रारूप बदल गया है। इस विषम परिस्थिति में पढ़ाई को रोचक तथा आसान बनाने के लिए सर्वोदय पब्लिक स्कूल अग्रवाल मंडी टटीरी ने निरंतर प्रयास किए है। बच्चों के इसी अनुभव को जानने व उनकी जिज्ञासाओं को दूर करने के लिए स्कूल के दैनिक जागरण की ओर से स्कूल के छात्रों के साथ जागरण यूथ कनेक्ट कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें प्रधानाचार्य अमित तेवतिया ने छात्रों के जिज्ञासाओं को दूर किया।

बुधवार को दैनिक जागरण के आनलाइन यूथ कनेक्ट कार्यक्रम में प्रधानाचार्य अमित तेवतिया ने बच्चों से सीधे संवाद किया।

----------

छात्रों के सवाल, प्रधानाचार्य के जवाब

-- सवाल: सर आनलाइ क्लास में एक दिक्कत है जब अध्यापकों से कोई सवाल पूछते हैं तो उनसे संपर्क नहीं हो पाता है। इसमें नेटवर्क की दिक्कत हो जाती है। सवाल अधूरा रह जाता है, जिस कारण परेशानी होती है। क्या क्या आनलाइन पढ़ाई ठीक है।

कक्षा दस के छात्र मुकुल चौधरी। प्रधानाचार्य का जवाब: कनेक्टिविटी को हम कंट्रोल नहीं कर सकते, इसका सीधा सा उपाय यह है कि आप अपना जो भी प्रश्न है वह मैसेज के द्वारा अपने अध्यापक को भेज दें, उसका उचित उत्तर आपको मिल जाएगा।

--ऐसे परिवार से आती हूं जहां मेरे परिवार में मेरे साथ दो भाई, बहन और हैं, लेकिन हमारे पास सिर्फ एक ही फोन है और हमारे साथ यह परेशानी आती है कि हम कैसे एक ही समय पर तीनों भाई बहनों की क्लासेज अटेंड कर पाए।

कक्षा नौवीं की छात्रा वाणी। प्रधानाचार्य का जवाब: ऐसा बिल्कुल मुमकिन है कि आपके घर में एक ही फोन हो सकता है। ऐसी स्थिति में स्कूल ने इस समस्या के समाधान के लिए आनलाइन क्लासेज की रिकार्डिंग करके आपके वाट्सएप ग्रुप पर भेजना सुनिश्चित किया है। अगर आप की कोई क्लास मिस हो जाती है या आप उस में अनुपस्थित होते हैं तो उस कक्षा को आप दोबारा भी देख सकते हैं।

--सवाल: हमें गत वर्ष से स्कूल में बैठकर अपने शिक्षकों के समक्ष कक्षाएं प्राप्त नहीं हुई है, इस स्थिति में कक्षा दसवीं पास करने के उपरांत हमने उचित प्रारूप में कक्षाएं नहीं प्राप्त की हैं। यदि इस वर्ष भी परीक्षाएं नहीं होती हैं उस स्थिति में अगर हमारे अंक कम प्राप्त होते हैं तो क्या हम इंटरमीडिएट के बाद अपने मनचाहे विश्व में स्नातक डिग्री में प्रवेश ले सकते हैं।

कक्षा 12वीं की छात्रा शिखा शर्मा। प्रधानाचार्य का जवाब: इन विषम परिस्थितियों में भी अपने विवेक और अपने आत्मविश्वास से पूरी लगन के साथ अपनी पढ़ाई करनी है। अगर आप ऐसा करेंगे तो आप के अंक किसी भी विषय में कम नहीं होंगे और आप अपने मनचाहे विषय में स्नातक डिग्री में एडमिशन ले कर अपना लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं।

--सवाल: सर आनलाइन पढ़ाई तो माध्यम अच्छा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में नेटवर्क की सबसे ज्यादा दिक्कत होती। सही प्रकार से पढ़ाई भी नहीं कर पाते है। इसके साथ कोई ओर माध्यम से पढ़ाई हो जाते तो अच्छे से पढ़ सकते है।

कक्षा 12 के साथ सुजल पंवार। प्रधानाचार्य के जवाब: आनलाइन पढ़ाई में नेटवर्क की सबसे ज्यादा परेशानी होती है। इसका सीधा सा रास्ता यह है कि जब भी नेटवर्क आए जो ग्रप में कक्षाओं की रिकार्डिंग डाली जाती है उससे अपनी पढ़ाई कर सकते हैं।

chat bot
आपका साथी