गलती करते हैं तो क्षमा मांग लेनी चाहिए
जिले में दस दिनों से चल रहे दशलक्षण महापर्व का सोमवार को क्षमावाणी के साथ समापन हो गया।
बागपत, जेएनएन। जिले में दस दिनों से चल रहे दशलक्षण महापर्व का सोमवार को क्षमावाणी के साथ समापन हो गया। अंतिम दिन श्री जी की पूजा अर्चना विधि विधान से की गई। शाम को भक्तांबर स्तोत्र पाठ का भी समापन होगा। विजेता प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा। प्रतियोगिता में एक से एक सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए गए।
नगर के जैन मोहल्ला स्थित दिगंबर जैन बड़ा मंदिर बागपत में दशलक्षण पर्व के समापन हो गया है। अंतिम दिन क्षमावाणी पर्व मनाया गया। शांतिधारा करने का सौभाग्य पीयूष जैन, पालकी जैन, चिराग जैन, नीरज जैन, धीरज जैन, ऋषभ जैन, मुन्ना जैन को सपरिवार प्राप्त हुआ। क्षमावाणी पर्व पर प्रकाश डालते हुए मयंक जैन ने बताया कि यदि हम जाने अनजाने में कोई गलती करते है तो हमे उसकी क्षमा मांग लेनी चाहिए। संध्या कालीन कार्यक्रम में सर्वप्रथम 48 दिवसीय भक्ताम्बर स्त्रोत पाठ का समापन हुआ। सांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मान समारोह आयोजन किया गया।
सकल जैन समाज बागपत, जैन सेवा संघ, कपिल जैन, आलोक जैन ने विधान करने वाले, दशलक्षण व्रत करने वाले सभी लोगों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जैन समाज के पंकज जैन, कोषाध्यक्ष पीयूष जैन, प्रबंधक मुन्ना जैन, मंत्री अतुल जैन, संजीव जैन, विनीत जैन, सार्थक जैन, ऋषभ जैन, यश, तरुण, विकास, कमल, अनमोल आदि मौजूद रहे।
वहीं, अमीनगर सराय के जैन मंदिर में क्षमावाणी पर्व पर शोभायात्रा निकाली गई। श्री जी की आराधना की। एक दूसरे क्षमा याचना की। कार्यक्रम का संचालन दिनेश जैन ने किया। इस अवसर पर विनोद जैन, जयकुमार जैन, राकेश जैन, सुधीर जैन आदि श्रद्धालु उपस्थित रहे।