'अक्लमंदों' के बीच 'बेअक्ल' हुई इंसानियत
बड़ौत-मुजफ्फरनगर मार्ग पर इंसानियत के साथ ऐसा मजाक हुआ कि मानवता भी शर्मसार हो गई।
बागपत, जेएनएन। बड़ौत-मुजफ्फरनगर मार्ग पर इंसानियत के साथ ऐसा मजाक हुआ कि मानवता भी शर्मसार हो गई। हादसे में उसकी जान चली गई। यह इत्तेफाक हो सकता है लेकिन मृत देह को अनदेखा कर उसके ऊपर से ही वाहनों को गुजारना ये भला कहां की इंसानियत है? पूरी रात यह सिलसिला चलता रहा। भोर हुई तो मौत के कारणों पर चर्चा शुरू हो गई। शव इस कदर क्षत विक्षत था कि अवशेष फावड़े से खुरचने पड़े। पुलिस का कहना है कि संभवत: मृतक युवक मंदबुद्धि था। हो सकता है यह बात सही भी हो लेकिन बड़ा सवाल यह कि मृत देह को वाहनों से रौंदने वाले तो अक्लमंद थे, फिर उन्होंने 'मंदबुद्धि' का परिचय क्यों दिया?
रातभर होती रही शव की बेकद्री
बड़ौत-मुजफ्फरनगर मार्ग स्थित दाहा गांव में शुक्रवार रात सड़क हादसे में युवक की मौत हो गई। हादसे के बाद तमाम वहन शव के ऊपर से दनदनाते हुए आगे बढ़ते गए। जाहिर है, तमाम लोगों ने सड़क पर शव पड़ा देखा लेकिन पुलिस को उसी समय बताना तक मुनासिब नहीं समझा। यदि रात में ही पुलिस को पता चल जाता तो शव को उठा लिया जाता। अथवा समय पर उपचार मिलने से उसकी जान भी बच सकती थी।
दिन निकलते ही जिंदगी-मौत पर चर्चा
शनिवार सुबह लोगों ने सड़क पर शव के अवशेष पड़े देख पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची। भीड़ जुट गई और उसकी मौत को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जाने लगे। कोई चालक की गलती बताने लगा तो कोई मृतक की है। वाहनों के नीचे कुचलने से शव बुरी तरह क्षत-विक्षत हो चुका था, लिहाजा पुलिस ने फावड़े से अवशेष खुरचकर पोस्टमार्टम को भेजे। पुलिस ने अपनी तरफ से अज्ञात वाहन चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
पुलिस का यह अनुमान
इंस्पेक्टर मुनेंद्रपाल सिंह ने बताया कि युवक की सड़क हादसे में मौत हुई है। वाहनों से कुचलने के कारण शव क्षत-विक्षत हो गया। युवक के शरीर पर काली टी-शर्ट और लोअर था। उसकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। इंस्पेक्टर ने बाया कि लगभग 30 वर्षीय युवक कई दिन से क्षेत्र में घूम रहा था, जो देखने में मंदबुद्धि प्रतीत होता था। वह भी काली टीशर्ट और लोअर पहने था। शायद वही युवक हादसे का शिकार हो गया। शिनाख्त कराने का प्रयास किया जा रहा है।