फुटपाथ कैसे हो अतिक्रमण मुक्त,सब एक-दूसरे पर डालते हैं जिम्मेदारी

फुटपाथ पर दिनोंदिन बढ़ते अतिक्रमण हटवाने की जिम्मेदारी सरकारी विभागों के अधिकारियों की नहीं है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 09:37 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 09:37 PM (IST)
फुटपाथ कैसे हो अतिक्रमण मुक्त,सब एक-दूसरे पर डालते हैं जिम्मेदारी
फुटपाथ कैसे हो अतिक्रमण मुक्त,सब एक-दूसरे पर डालते हैं जिम्मेदारी

बागपत, जेएनएन। फुटपाथ पर दिनोंदिन बढ़ते अतिक्रमण हटवाने की जिम्मेदारी सरकारी विभागों के अधिकारियों की ही नहीं है, बल्कि उन जनप्रतिनिधियों की भी है, जिन्होंने चुनाव के दिनों में जनता को सुविधा देने के लिए तमाम वादे किए थे। चुनाव होते ही जनप्रतिनिधि अपने वादों को भूल गए, तभी तो आज शहर के फुटपाथ अतिक्रमण से घिरे पड़े हुए हैं। शहर में एक भी फुटपाथ ऐसा नहीं है, जिस पर पैदल चलने वाला व्यक्ति दो कदम भी चल सके। सड़कों का भी कमोबेश यही हाल है। शायद ही किसी जनप्रतिनिधि ने किसी अधिकारी से फुटपाथ को अतिक्रमण से मुक्त कराने के लिए किसी नगर पालिका, प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी से बात की हो।

अतिक्रमण चाहे फुटपाथ पर हो या सड़कों पर, इस विकराल लेती समस्या से आम जनता से लेकर अधिकारी और जनप्रतिनिधि तक सभी जूझते हैं। शहर में अधिकारी या जनप्रतिनिधि गाड़ी लेकर निकलते हैं, तो उन्हें जाम की समस्या से रू-ब-रू होना पड़ता है। साथ ही वह फुटपाथ पर अतिक्रमण और जाम में फंसे लोगों को भी देखते हैं, लेकिन मुंह फेरकर आगे निकल जाते हैं, जब भी फुटपाथ या सड़क पर अतिक्रमण की बात आती है तो सभी सरकारी विभागों पर सवाल उठाने लगते हैं, लेकिन फुटपाथ या सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराने की जिम्मेदारी तो कहीं न कहीं क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की भी है। लोगों का कहना है कि जनप्रतिनिधि सीधे-सीधे अतिक्रमण हटवा नहीं सकते हैं तो वह संबंधित अधिकारियों से बात करने के अलावा अतिक्रमण करने वाले दुकानदारों को समझा सकते हैं, उन्हें पैदल चलने वाले लोगों की समस्या से अवगत करा सकते हैं, ताकि किसी न किसी स्तर पर तो समस्या का समाधान हो जाए, लेकिन कभी ऐसा होते दिखा नहीं है। यह बोले जनप्रतिनिधि और अधिकारी

बड़ौत विधायक केपी मलिक का कहना है कि शहर में अतिक्रमण हटवाने की जिम्मेदारी नगर पालिका की होती है कि वह लोगों की समस्या को देखते हुए शहर के फुटपाथ या सड़क को अतिक्रमण मुक्त कराए। बड़ौत शहर में कई स्थानों पर अतिक्रमण की समस्या देखने को मिलती है। पिछले दिनों उन्होंने एसडीएम से इस संबंध में बातचीत करते हुए समस्या का समाधान करने के लिए कहा था, ताकि लोगों को इस बड़ी समस्या से राहत मिल सके। इस संबंध में व्यापारियों से भी बात करेंगे। नगर पालिका चेयरमैन अमित राणा का कहना है कि इस संबंध में जल्द ही दुकानदार और व्यापारी संगठनों से बातचीत कर समस्या का समाधान निकाला जाएगा। डीएम राजकमल यादव का कहना है कि इस बाबत संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए जाएंगे कि वे शहर के फुटपाथ और सड़कों पर हुए अतिक्रमण को हटवाए। बातचीत कर कराया जाएगा समस्या का समाधान

-बड़ौत व्यापार संगठन के अध्यक्ष अंकुर जैन का कहना है कि लगभग सात माह पहले नगर पालिका में चेयरमैन के साथ व्यापारियों की बैठक हुई थी, उसमें निर्णय लिया था कि व्यापारी फुटपाथ को अतिक्रमण मुक्त कर काली सड़क से पीछे सामान रखेंगे। ज्यादा अतिक्रमण सड़क के बीच खड़े होने वाले वाहनों से हैं और उधर, वह दुकानदारों से भी बात करेंगे कि यदि किसी ने फुटपाथ पर अपना सामान रख रखा हो तो वह फुटपाथ पर सामान न रखे। पश्चिमी उत्तर प्रदेश संयुक्त उद्योग व्यापार मंडल के नगर महामंत्री नवीन जैन बब्बल का कहना है कि व्यापारियों के अलावा नगर पालिका, प्रशासन और पुलिस से भी वार्ता की जाएगी। सभी की सहमति से शहर के फुटपाथ और सड़कों को अतिक्रमण मुक्त कराने का प्रयास किया जाएगा, ताकि शहर के फुटपाथ और सड़कें अतिक्रमण से मुक्त हो सके। नगर पालिका, प्रशासन और पुलिस को चाहिए कि अतिक्रमण को लेकर समय-समय पर व्यापारियों के साथ बैठक करनी चाहिए। दीपावली पर्व पर बढ़ जाता है अतिक्रमण

सचिन शर्मा, विनोद कुमार, राजकुमार तोमर का कहना है कि दीपावली पर्व आते ही अतिक्रमण की समस्या ज्यादा बढ़ जाती है। नगर पालिक, पुलिस और प्रशासन को चाहिए कि वह सड़कों को अतिक्रमण से मुक्त कराए, ताकि सड़कों पर जाम न लगे। फुटपाथ से भी अतिक्रमण को हटवाना चाहिए, ताकि पैदल चलने वाले लोगों की राह आसान हो सके।

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