हाई प्रोटीनयुक्त आहार से इम्युनिटी होगी मजबूत
कोरोना हो या न हो हमेशा मन में सकारात्मक सोच रहे।
बागपत, जेएनएन। कोरोना हो या न हो हमेशा मन में सकारात्मक सोच रहे। मन में अगर घबराहट हुई, तो इम्यूनिटी कमजोर होती जाएगी। उसके बाद बीमारियों की जकड़ में आ जाते हैं। अच्छी सोच के साथ अच्छा खानपान भी जरूरी है। अच्छे आहार से ही शरीर में रोगों से लड़ने की शक्ति मिलती है। उसके बाद बीमारियां दूर भागती हैं।
कोविड-19 अस्पताल एल-2 के प्रभारी डा. सत्येंद्र शर्मा ने कहा कि कोरोना लगातार लोगों को जकड़ रहा है। जिस व्यक्ति को कोरोना हो जाता है, वह घबराने लगता है, जोकि गलत है। उन्हें घबराने की नहीं, बल्कि उस बीमारी को खत्म करने पर ध्यान देने की जरूरत है। अगर घबराते रहे तो शरीर में इम्यूनिटी कम हो जाएगी, उसके बाद कुछ कहने और सुनने को नहीं बचेगा। इसलिए मन में अच्छे विचार रखें। हाई प्रोटीनयुक्त भोजन लें, जिससे शरीर मजबूत बने और बीमारी भागती नजर आए। एक काम जरूर करें, रोज सुबह के समय हल्की-हल्की धूप जरूर लें, क्योंकि दोपहर में धूप तेज हो जाती है। भोजन में हाईप्रोटीन और विटामिन वाले खाद्य पदार्थो का सेवन करें। अगर खांसी, बुखार और सांस लेने में दिक्कत हो, तो तुरंत अपनी जांच कराएं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जा रही दवाइयों की किट का इस्तेमाल करें। सबसे जरूरी कोविड-19 गाइडलाइन का पालन हर हाल में करें। भस्त्रिका प्राणायाम से नहीं होती आक्सीजन की कमी नियमित योग करने से शरीर में रोगों से लड़ने की क्षमतावृद्धि होती है। विभिन्न प्राणायाम और आसन हैं, जो लाभकारी है। इनमें से एक भस्त्रिका प्राणायाम है। इसका नियमित अभ्यास शरीर में आक्सीजन की कमी नहीं होने देता है। शरीर में आक्सीजन रहेगी, तो सभी कोशिकाएं स्वस्थ रहेगी, जिससे आयु में भी वृद्धि होगी।
योगाचार्य प्रदीप कुमार बताते हैं भस्त्रिका प्राणायाम करने से शरीर में आक्सीजन का संचार तीव्र गति से होता है, जबकि कार्बन डाईआक्साइड का स्तर कम होता है। नियमित अभ्यास करने से हृदय रोग दूर होता है। इस योग को करने से गले से संबंधित सभी तकलीफें खत्म हो जाती हैं। वहीं, शरीर के विषाक्त पदार्थों खत्म हो जाते हैं और तीनों दोष (कफ, पित्त और वात) संतुलित हो जाते हैं। फेफड़ों में हवा के तेजी से अंदर-बाहर होने की वजह से रक्त से आक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड की अदला-बदली •ा्यादा जल्दी होती है। इस से पाचन तंत्र मजबूत होता है, जो लोग बीमार है वो परामर्श के बिना न इसका अभ्यास न करें।