कोरोना वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य विभाग को मिली सिरिज

कोरोना उन्मूलन के लिए टीकाकरण की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। प्राइवेट और सरकारी अस्पतालों को टीकाकरण के लिए जरूरी सिरिंज उपलब्ध करा दी गई हैं।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 18 Dec 2020 07:35 PM (IST) Updated:Fri, 18 Dec 2020 07:35 PM (IST)
कोरोना वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य 
विभाग को मिली सिरिज
कोरोना वैक्सीन के लिए स्वास्थ्य विभाग को मिली सिरिज

जेएनएन, बागपत: कोरोना उन्मूलन के लिए टीकाकरण की तैयारियां जोर-शोर से जारी हैं। प्राइवेट और सरकारी डाक्टर, कर्मचारियों की सूची को कोविड-19 पोर्टल पर अपलोड किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग को टीकाकरण के लिए सिरिज मिल गई है। विभाग को अब बस वैक्सीन आने का इंतजार है। जैसे ही दवा मिलेगी, उसके बाद ही टीके लगाने का काम शुरू करा दिया जाएगा।

जिले में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी कोरोना से लोगों को बचाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाह रहे हैं। टीकाकरण से पहले ही हर मोर्चे पर किलाबंदी करने की तैयारियां की जा रही है। शासन से नामित हुए मास्टर ट्रेनरों ने भी काम शुरू कर दिया है। टीकाकरण के लिए इस्तेमाल होने वाली सिरिज भी स्वास्थ्य विभाग को मिल गई है। अब स्वास्थ्य विभाग ने दवा आने का इंतजार शुरू कर दिया है। टीकाकरण की वो सभी प्लानिग की जा रही है, जिससे हर व्यक्ति तक इसका लाभ पहुंच सके।

---------

जिले को मिली ढाई लाख सिरिज

जिले में करीब साढ़े सात हजार सरकारी और प्राइवेट डाक्टर, कर्मचारियों को टीकाकरण होगा। उसी के हिसाब से जिले को ढाई लाख सीरिज मिल गई है। एक व्यक्ति को एक माह के अंतराल में दो दवा टीकाकरण होगा। बाकी बची सीरिज टीकाकरण सत्रों में काम आएगी।

---------

एक बार इस्तेमाल के बाद

लॉक होती है सिरिज

डिप्टी डीआइओ डा. संजीव साहू ने बताया कि इस सिरिज की यह विशेषता है कि इस्तेमाल के बाद अपने आप लॉक हो जाती है। उसके बाद दोबारा उसका इस्तेमाल नहीं हो सकता है, क्योंकि कंपनी ने विशेष तकनीक से इस सीरिज को बनाया है। वैसे हर टीकाकरण सत्र में इसका इस्तेमाल होता है, लेकिन कोविड-19 के टीकाकरण के लिए थोड़ी ओर इसमें सुरक्षा बरती गई है।

---------

कोविड-19 टीकाकरण के लिए प्लानिग के तहत कार्य किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग को कोरोना वैक्सीन के लिए ढाई लाख सिरिज मिल गई है। शासन से नामित किए गए मास्टर ट्रेनरों ने भी काम शुरू कर दिया है। किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाएगी।

डा. आरके टंडन, मुख्य चिकित्साधिकारी

chat bot
आपका साथी