प्राइवेट एंबुलेंस की मनमानी पर स्वस्थ्य विभाग लगाएगा लगाम
कोरोना की तीसरी लहर में प्राइवेट एंबुलेंस की मनमानी पर स्वास्थ्य विभाग लगाम लगाएगा। किसी बेबस से ज्यादा किराया वसूलने पर एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा।
बागपत, जेएनएन। कोरोना की तीसरी लहर में प्राइवेट एंबुलेंस की मनमानी पर स्वास्थ्य विभाग लगाम लगाएगा। किसी बेबस से ज्यादा रुपये की वसूली की गई, तो संबंधित संचालक के खिलाफ विभाग कार्रवाई करेगा। पंजीकरण तक निरस्त किया जाएगा। इसके लिए सभी एंबुलेंस संचालकों को चेतावनी दी जाएगी। बताया जाएगा कि आदेश का उल्लंघन किया तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट है। व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा रहा है। डाक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ पर्याप्त हैं। कुछ उपकरणों की व्यवस्था की जा रही है। भवन को भी स्वच्छ कर दिया गया है। तीसरी लहर आने से पहले ही आक्सीजन प्लांट शुरू हो जाएंगे। स्वास्थ्य विभाग का फोकस एंबुलेंस पर भी रहेगा। कोरोना का प्रकोप ज्यादा बढ़ा तो प्राइवेट एंबुलेंस संचालकों की मनमानी बढ़ेगी। इस पर अंकुश लगने के लिए स्वास्थ्य विभाग सभी प्राइवेट एंबुलेंस चालकों केस या तो सीएमओ कार्यालय में बैठक करेगा या फिर सीएचसी स्तर पर बैठक करके उन्हें हिदायत देंगे। किसी मरीज से मानक से ज्यादा धनराशि वसूली गई तो उनके खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी जाएगी। शिकायत मिलने पर एंबुलेंस का पंजीकरण निरस्त किया जाएगा। उसके बाद भी एंबुलेंस का संचालन किया और ज्यादा धनराशि ली तो उनके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा सकता है।
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दलाल भी हो जाते हैं एक्टिव
कोरोना की दूसरी लहर में एंबुलेंस चालकों ने खूब कमाई की। मरीजों से मनमाना किराया वसूल किया। प्राइवेट अस्पताल में और उनके बाहर दलाल सक्रिय हैं। इमरजेंसी केस ले जाने के लिए सेटिग वाले एंबुलेंस संचालकों के पास ही भेजते हैं। सरकारी अस्पताल में भी कुछ ऐसा ही हाल है। विभाग को इन पर भी ध्यान देना होगा।
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विभाग के पास 35 एंबुलेंस
स्वास्थ्य विभाग के पास कोई अलग से एंबुलेंस तो नहीं है, लेकिन कोरोना काल में 102, और 108 एबुलेंस को ही अधिकृत कर दिया गया। विभाग के पास 35 एंबुलेंस है, जिसमें करीब 200 कर्मचारी तैनात है। इनमें से कुछ एंबुलेंस को रूटीन के केस के लिए छोड़ा जाएगा। वर्जन---
कोरोना की तीसरी लहर में एंबुलेंस संचालकों की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। शिकायत करने पर पंजीकरण को निरस्त किया जाएगा। विभाग के पास एंबुलेंस की कमी नहीं रहेगी। 102 और 108 एबुलेंस को कोरोना के लिए अधिकृत किया जाएगा।
डा. दिनेश कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी।