गुरुद्वारों में कीर्तन और गुरुवाणी का हुआ पाठ, निकाली प्रभातफेरी

सिखों के 10वें गुरु गोविद सिंह की 354वीं जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई गई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 10:47 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:47 PM (IST)
गुरुद्वारों में कीर्तन और गुरुवाणी का हुआ पाठ, निकाली प्रभातफेरी
गुरुद्वारों में कीर्तन और गुरुवाणी का हुआ पाठ, निकाली प्रभातफेरी

बागपत, जेएनएन। सिखों के 10वें गुरु गोविद सिंह की 354वीं जयंती प्रकाश पर्व के रूप में मनाई गई। इस दौरान शहर के गुरुद्वारों में कीर्तन और गुरुवाणी का पाठ किया गया।

बुधवार को सुबह पट्टी मेहर स्थित गुरुद्वारा कमेटी ने प्रभात फेरी निकली। इसके बाद ज्ञानी गुरुजीत व प्रधान भजन सिंह ने गुरुवाणी का पाठ किया। इस मौके पर आयोजित कीर्तन में बड़ी संख्या में सिख श्रद्धालु शामिल हुए। ज्ञानी गुरजीत ने कहा कि गुरु गोविद सिंह ने ही गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों का गुरु घोषित किया था। उन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा और सच्चाई की राह के लिए समर्पित कर दिया था। गुरु गोविद सिंह के विचार और शिक्षाएं आज भी लोगों के लिए प्रेरणादायी हैं। इस मौके पर आयोजित लंगर में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। संचालन लवी सिंह ने किया। इस मौके पर शमशेर सिंह, कंवलजीत सिंह, मनजीत सिंह, भजन सिंह प्रधान, लवी सिंह, करनदीप सिंह, टिकू, मोहित आदि का योगदान रहा। गुरु गोविद सिंह का मनाया प्रकाश पर्व, कीर्तन कर की अरदास

सिखों के दसवें धर्म गुरु गोविद सिंह के प्रकाश पर्व के मौके पर गुरुद्वारे में श्रद्धालुओं ने अरदास की। बुधवार शाम के समन शबद कीर्तन का आयोजन किया गया। इसमें गुरु के भजन गाकर प्रार्थना की गई। वहीं, श्रद्धालुओं ने प्रार्थना की। बच्चों और महिलाओं आदि ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इस मौके पर सुखमनी साहेब का पाठ किया गया है। वहीं गुरु गोविद सिंह के जीवन पर प्रकाश डाला गया।

बताया कि गुरु गोबिद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। इस दौरान कृष्णा देवी, जगदीश अरोड़ा, सुरेंद्र सिंह, रजनी, मोहित, सुमन, सोनिया आदि मौजूद रहे।

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