पहली और दूसरी डोज लेने वालों की संख्या में जमीन-आसमान का अंतर
पहली डोज लेने वालों का आंकड़ा ढाई लाख के पार पहुंच गया है। हालांकि जिन लोगों ने अभी दूसरी डोज ली है उनका आंकड़ा 40 हजार भी पार नहीं कर पाया है।
बागपत, जेएनएन। कोरोनारोधी वैक्सीन से सुरक्षा घेरे में अब 18 वर्ष से ऊपर की उम्र के लोग आ रहे हैं। युद्ध स्तर पर टीकाकरण हो रहा है। पहली डोज लेने वालों का आंकड़ा ढाई लाख के पार पहुंच गया है। हालांकि जिन लोगों ने अभी दूसरी डोज ली है, उनका आंकड़ा 40 हजार भी पार नहीं कर पाया है। इससे पहली डोज व दूसरी डोज के बीच में जमीन आसमान का अंतर आ गया है। स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि दूसरी डोज के लिए समय बढ़ाया गया है, इस वजह से अंतर आया है।
जिले में 16 जनवरी से कोरोना का टीकाकरण शुरू हो गया था। शुरूआत में टीकाकरण से हेल्थवर्करों को प्रतिरक्षित किया गया था, उसके बाद विभिन्न विभागों के फ्रंटलाइन वर्करों को टीकाकरण किया गया है। तीसरे चरण में 45 प्लस उम्र के लोगों की बारी आई थी, जिनको आज तक टीका लगाया जा रहा है। फिलहाल 18 वर्ष से ऊपर के उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। जनवरी से अब तक जिले में पहली डोज टीका 267350 महिला-पुरुषों को दी जा चुकी हैं। हर रोज आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। दूसरी डोज का टीकाकरण में स्वास्थ्य विभाग काफी हद तक पिछड़ा हुआ है। दूसरी डोज अभी तक केवल 33462 को ही दी गई है। स्वास्थ्य विभाग दूसरी डोज में इतना भारी संख्या में पिछड़ा हुआ है। इसको कैसे और कब तक पूरा कर पाएगा यह कुछ नहीं कहा जा सकता है। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. दीपा सिंह ने बताया कि पहली और दूसरी डोज में अंतर का कारण शासन से वैक्सीनेशन का समय बढ़ा देना है। एक वजह यह भी है कि कुछ लोग दूसरी डोज का टीकाकरण दूसरे राज्य और जनपदों में कर रहे है। इस वजह से भी आंकड़ा नहीं बढ़ा है।
----------
को-वैक्सीन 28 दिन व कोविशील्ड का है 84 दिन का समय -जिले में कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण दो वैक्सीन से किया जा रहा है। सबसे ज्यादा टीका कोविशील्ड का किया जा रहा है। कोविशील्ड में पहले डोज के बाद दूसरी डोज का समय 84 दिन बाद निर्धारित किया गया था। दूसरी वैक्सीन को-वैक्सीन है। इसका समय 28 दिन बाद निर्धारित किया गया है। पहले कोविशील्ड का भी 28 दिन का समय था, इसलिए अब दूसरी डोज में अंतर आया है।