ध्वस्त होती जा रही कोरोना से लड़ने की व्यवस्था
एक तरफ कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए प्रदेश सरकार कोरोना कर्यू लगा रही है दूसरी ओर लोग लापरवाही बरत रहे है।
बागपत, जेएनएन। एक तरफ कोरोना संक्रमण पर काबू पाने के लिए प्रदेश सरकार कोरोना कर्फ्यू की अवधि को बढ़ाती जा रही है, वहीं दूसरी तरफ जनता की लापरवाही भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। बाजार में किराना और मेडिकल स्टोरों पर दो गज की दूरी की व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त रहती है, जो कोरोना संक्रमण पर काबू पाने की कवायदों पर पानी फेर रही है।
कोरोना कर्फ्यू का थोड़ा फायदा मिलना शुरू हो गया। संक्रमण के नए मामलों की संख्या घट रही है और मरीजों का रिकवरी रेट भी बढ़ रहा है। मगर कर्फ्यू की मियाद लगातार बढ़ने के बावजूद स्थिति पर पूरी तरह नियंत्रण नहीं हो पा रहा है। इसका एक कारण आम जन द्वारा बरती जाने वाली लापरवाही भी है। कोरोना गाइडलाइन का पालन सिर्फ रस्म अदायगी तक सीमित है। लोग चेहरे पर मास्क तो लगा रहे हैं, मगर उसे नाक से नीचे सरकाकर रखते हैं। पुलिस भी चेहरे पर मास्क लगाने का दिखावा करने वालों के आगे लाचार ही नजर आती है। इसके अलावा शहर में सीमित अवधि के लिए खोली जा रही किराना की दुकानों पर भीड़ उमड़ रही है, जहां दो गज की दूरी जैसी व्यवस्था का पालन नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में एसडीएम दुर्गेश कुमार मिश्र का कहना है कि पुलिस को कोराना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कराने के निर्देश दे दिए गए हैं। लक्ष्य से ज्यादा ने कराया कोरोना का टीकाकरण
बागपत, जेएनएन। कोरोना का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, जिसके चलते लोगों में दहशत है। लोग मान रहे हैं कि टीकाकरण कराने के बाद ही कोरोना से बचा जा सकता है। इसी बचाव के चलते लक्ष्य से भी अधिक लोगों ने स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण कराया।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी एसीएमओ डा. दीपा सिंह ने बताया कि जिले में लक्ष्य से भी अधिक लोगों ने कोरोनारोधी टीका लगवाया है। 13 सत्रों में टीकाकरण के लिए 1300 का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। लेकिन उससे अधिक 1603 लोगों ने टीका लगवाया है।
सीएचसी के अनुसार लक्ष्य दिया गया था। बागपत सीएचसी को 300 का लक्ष्य था, जिसके सापेक्ष 228 को टीका लगा। बड़ौत सीएचसी में 200 के सापेक्ष 370, बिनौली सीएचसी में 200 के सापेक्ष 230, छपरौली में 100 के सापेक्ष 170, खेकड़ा में 100 के सापेक्ष 395 और पिलाना सीएचसी में 200 के सापेक्ष 210 को टीका लगाया गया है।