यमुना और हिडन के किनारे से भी करते थे कफन चोरी
कफन चोरी करने वाले गिरोह के राजफाश के बाद आरोपितों से पूछताछ में सामने आया है।
बागपत, जेएनएन। कफन चोरी करने वाले गिरोह के राजफाश के बाद आरोपितों से पूछताछ में सामने आया है कि इस गिरोह की नजर यमुना और हिडन नदी के किनारे होने वाले अंतिम संस्कारों पर भी रहती थी। पुलिस को संदेह है कि गांवों में बने श्मशान घाट से भी आरोपित कफन व कपड़े चोरी करते रहे होंगे।
सीओ आलोक सिंह के मुताबिक गिरोह के सरगना प्रवीण समेत सात आरोपितों से जब पूछताछ की गई तो पता चला कि वे पिछले एक-डेढ़ साल से कफन और कपड़े चोरी कर रहे थे। आरोपितों की सबसे ज्यादा नजर यमुना व हिडन नदी किनारे होने वाले शवों के अंतिम संस्कार पर रहती थी। सीओ का कहना कि उन्होंने विवेचक को निर्देश दिए हैं कि वह इस बात की भी जांच करें कि कहीं जिले के नगर, कस्बों और बड़ी आबादी वाले गांवों में बने श्मशान घाट से भी यह गिरोह कफन चोरी तो नहीं करता था। इनके साथ किसी ग्रामीण की मिलीभगत तो नहीं रही। यमुना और हिडन नदी किनारे बसे गांवों में भी जाकर जानकारी जुटाई जाए। पुलिस ने बावली गांव जाकर ग्रामीणों से पूछताछ की, लेकिन किसी का नाम सामने नहीं आया है। पुलिस ने रविवार को श्मशान से कफन और कपड़े चोरी करने के आरोपित दुकान मालिक समेत सात लोगों को गिरफ्तार किया था। कोर्ट में पेश करने के बाद सभी को जेल भेज दिया गया था। दर्ज मुकदमे में दस धाराएं लगाई गई है। मामले को लेकर इंटरनेट मीडिया पर भी बहस छिड़ी हुई है। कई लोग घिनौना काम बताकर आरोपितों पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।