पूर्व सभासद की पुत्रवधू की बुखार से मौत, कोहराम

जागरण जेएनएन। कोरोना के बाद अब जिले में डेंगू और बुखार बेकाबू हो गया है। लोगों की जान जा रही है। मंगलवार को एक पूर्व सभासद की पुत्रवधू की बुखार से मौत हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Oct 2021 09:05 PM (IST) Updated:Tue, 19 Oct 2021 09:05 PM (IST)
पूर्व सभासद की पुत्रवधू की बुखार से मौत, कोहराम
पूर्व सभासद की पुत्रवधू की बुखार से मौत, कोहराम

जागरण, जेएनएन। कोरोना के बाद अब जिले में डेंगू और बुखार बेकाबू हो गया है। लोगों की जान जा रही है। मंगलवार को एक पूर्व सभासद की पुत्रवधू की बुखार से मौत हो गई। वहीं भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल सिंह की बहन भी डेंगू से और दो बच्चे बुखार से पीड़ित हो गए। मरीजों को सरकारी व प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है।

जिले में बुखार का प्रकोप तो बढ़ा है, उसके साथ डेंगू भी बेकाबू हो रहा है। बागपत शहर में यमुना रोड पर एक महिला की बुखार ने जान ले ली है। बताया जा रहा है कि महिला को डेंगू भी था।

भाकियू के जिलाध्यक्ष प्रताप गुर्जर ने बताया कि यमुना रोड पर स्थित पूर्व सभासद राजपाल कश्यप की पुत्रवधू रश्मि पत्नी संजीव का शहर के एक प्राइवेट क्लीनिक पर इलाज चल रहा था। वहां हालत बिगड़ गई थी। दूसरे चिकित्सक ने भी जवाब दे दिया था। स्वजन सर्वोदय अस्पताल टटीरी लेकर गए। वहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। महिला को बुखार के साथ डेंगू था। महिला के दो बेटा और दो बेटी हैं। उन्होंने बताया कि मच्छर का प्रकोप बढ़ रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। हर दूसरे दिन छिड़काव और फागिग होनी चाहिए। हेल्थ कैंप भी लगाकर भी इलाज किया जाए। घर-घर में बुखार से पीड़ितों का भी सर्वे करें। वहीं डेंगू से भाजपा जिलाध्यक्ष की बहन व बुखारग्रस्त उनके दो बच्चों का प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है।

सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने कहा कि डेंगू से महिला की मौत होने की जानकारी नहीं है। मौत हुई है तो संबंधित क्षेत्र में स्वास्थ्य कैंप लगवाया जाएगा। एंटी लार्वा का छिड़काव और फागिग भी कराया जाएगा। जिले में तीन लोगों को डेंगू होने की रिपोर्ट मिली है।

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जिला अस्पताल में चलाया

सफाई अभियान

संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत जिला अस्पताल में सफाई अभियान चलाया गया है। अभियान के चलते जनरल वार्ड में भी सफाई की गई।

सीएमएस डा. एके सैनी ने बताया कि पेंट और सफाई कराई थी। कुछ देर के लिए मरीजों को बाहर किया था, उसके बाद सभी को बेड पर शिफ्ट कराया गया था। परेशानी किसी को नहीं होने दी गई है।

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