छाने लगा कोहरा, ईपीई व एनएच पर हादसे रोकने की तैयारी नहीं

कोहरे में ईपीई व एनएच पर हादसे होते हैं। कोहरा छाने लगा है लेकिन अभी तक प्रशासन ने हादसे रोकने की तैयारी नहीं की है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 28 Nov 2021 09:57 PM (IST) Updated:Sun, 28 Nov 2021 09:57 PM (IST)
छाने लगा कोहरा, ईपीई व एनएच पर हादसे रोकने की तैयारी नहीं
छाने लगा कोहरा, ईपीई व एनएच पर हादसे रोकने की तैयारी नहीं

बागपत, जेएनएन। कोहरे में ईपीई व एनएच पर हादसे होते हैं। कोहरा छाने लगा है, लेकिन अभी तक प्रशासन ने हादसे रोकने को तैयारी शुरू नहीं की है। ईपीई पर अधिकांश हादसे रफ्तार व किनारे खड़े वाहनों के कारण होता है। जगह-जगह वाहनों को किनारे खड़े व तेज रफ्तार दौड़ते देखा जा सकता है।

ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे (ईपीई) हाईटेक होने के कारण एनएचएआइ ने यहां वाहनों की रफ्तार 120 किमी प्रति घंटा तय की है। ईपीई के साथ दिल्ली-यमुनोत्री एनएच पर भी यही हालात हैं। ईपीई पर आज भी वाहनों को चालक रफ्तार से अधिक दौड़ाया जा रहा है। लोग वाहनों को किनारे भी खड़ा कर देते हैं। एनएचएआइ ने वाहनों को खड़ा करने के लिए बड़ागांव में ले-बाई बनाई है, लेकिन चालक जहां मन किया, वहीं वाहनों को खड़ा कर देते हैं। इसके कारण हादसे होते हैं। किनारे खड़े वाहनों के कारण दर्जनों हादसे हो चुके हैं जिनमें अधिकांश लोगों की मौत हुई है। एनएचएआइ ने हादसे रोकने के लिए गति सीमा को आज तक न कम किया, न ही प्रशासन ने किनारे खड़े वाहनों को हटाने के लिए कोई प्लान तैयार है। दिल्ली-यमुनोत्री एनएच पर जगह-जगह गड्ढे हैं। इस मार्ग पर दिन रात गन्ना, भूसा व पराली के ओवरलोड वाहन दौड़ते हैं। इन पर रिफ्लेक्टर स्टीकर भी नहीं लगे हैं। कोहरा दिनोंदिन बढ़ रहा है। यातायात माह चल रहा है। ऐसे में प्रशासन अधिकारियों से खुद ही हादसे रोकने की पहल करने की उम्मीद की जा रही है।

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इन्होंने कहा..

ईपीई पर किनारे खड़े होने वाले वाहनों को हटवाने के लिए तैनात पीवीआर को निर्देशित किया गया है। खुद भी समय समय पर इसकी पड़ताल करते हैं। तेज रफ्तार वाहनों पर लगाम लगाने के लिए एआरटीओ की मदद ली जाएगी। टोल पर एंट्री करते समय भी वाहन चालकों को गति सीमा के लिए सचेत किया जाएगा।

-युवराज सिंह, सीओ ट्रेफिक बागपत

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कोहरे में हादसों को रोकने के लिए आईटीएमएस लगाए जा रहे हैं। पहले से ही मौसम की सूचना डिस्प्ले होगी। चालक को खुद भी यातायात नियम का पालन करना चाहिए। हादसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

-अरविद कुमार प्राजेक्ट डायरेक्टर एनएचएआइ

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