एक दिन में पाच मौत, भीड़ को कोई डर नहीं
जिस तरह शहर में मौत का आकड़ा बढ़ रहा है उसे देख ऐसा लग रहा है कि शहर में घूमने वाले बेहद लापरवाह हैं और ये किसी न किसी रूप में कोरोना फैला रहे हैं।
जेएनएन, बागपत : जिस तरह शहर में मौत का आकड़ा बढ़ रहा है, उसे देख ऐसा लग रहा है कि शहर में घूमने वाले लापरवाह लोग महामारी को विस्तार देने में कोरोना वायरस की कहीं न कहीं मदद कर रहे हैं। कोरोना काल में लोगों की जान जा रही है कोई बुखार से दम तोड़ रहा है तो कोई कोरोना वायरस से तो कोई हार्टअटैक से। यानी घूम फिर कर सब जा कोरोना महामारी के खाते में ही रही है।
गुरुवार को शहर में दो तस्वीरें दिखाई दीं, एक तस्वीर में पाच लोगों की मौत नजर आई तो दूसरी तस्वीर में शहर में मास्क और शारीरिक दूरी के बिना ही लापरवाह लोग घूमते नजर आए।
बड़ौत व्यापार संगठन के अध्यक्ष अंकुर जैन ने बताया कि शहर में गुरुवार को 50 साल के मनोज गोयल उर्फ पिंटू, 60 साल के नरेंद्र जैन, लगभग 60 ही साल के महेश जैन, 36 साल के अजय और 65 साल के अमर सिंह की मौत की खबर आई। इनमें किसी की मौत बुखार से बताई गई तो किसी की हार्टअटैक या दूसरी बीमारी से। अंकुर जैन ने व्यापारियों से कोरोना गाइड लाइन का पालन करने की अपील करते हुए कहा कि दुकान, प्रतिष्ठान भी उसी के अनुसार खोले।
उधर, लाकडाउन लगा हुआ है, लेकिन उसके बावजूद शहर में लाकडाउन का असर नहीं दिखाई देता है। पुलिस वाहनों के चालान करने तक सिमटकर रह गई है और बेपरवाह लोग सड़कों पर घूमकर वायरस को फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं। कोरोना की पहली लहर में पुलिस ने सफलता के साथ लाकडाउन का पालन कराया था। उधर, कुछ व्यापारियों ने पहले की तरह शटर बंद कर दुकानों से सामान बेचना शुरू कर दिया है। कोरोना के बिगड़ते हालात अभी भी नहीं देखे जा रहे हैं।