पांच पर आत्महत्या को मजबूर करने का मुकदमा
मंगलवार को बंदपुर गांव निवासी यशपाल पुत्र रणधीर सिंह ने शामली से दिल्ली जा रही ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली थी।
बागपत, जेएनएन। मंगलवार को बंदपुर गांव निवासी यशपाल पुत्र रणधीर सिंह ने शामली से दिल्ली जा रही ट्रेन के सामने सुन्हैड़ा हाल्ट के पास कूदकर जान दी थी। सुसाइड नोट पर मामला लेनदेन का होना लिखा था।
स्वजन के मुताबिक गांव के ही एक व्यक्ति पर यशपाल के करीब पांच लाख रुपये उधार थे। रकम देने के लिए यशपाल को घर बुलाकर बेरहमी से मारपीट की गई थी। इतना ही नहीं भविष्य में दोबारा रकम मांगने पर जान से मारने की धमकी दी गई थी। पहले भी कई बार आरोपित ऐसा कर चुका था। यशपाल के भतीजे सोनू पुत्र महक ने गांव के ही बिट्टू पुत्र ओमप्रकाश, पुष्पेंद्र पुत्र वीरसैन, महेश पुत्र हरभजन, भूपेंद्र पुत्र श्रीपाल व बालकरन के पुत्र के खिलाफ यशपाल को आत्महत्या के लिए मजबूर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया। इसकी पुष्टि इंस्पेक्टर एमएस गिल ने की। अज्ञात चालक पर मुकदमा
मुंडाला मोहल्ला निवासी इरशाद पुत्र सलीमूद्दीन मंगलवार को बाइक से पत्नी रेशमा संग ससुराल गुलावटी जा रहा था। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर बड़ागांव के पास पीछे से आ रहे ट्रक ने बाइक को टक्कर मार दी। दुर्घटना में कुचलकर रेशमा की मौके पर मौत हो गई थी। इमरान पुत्र निजाम ने ट्रक चालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। इंस्पेक्टर एमएस गिल का कहना है कि जांच की जा रही है। ससुर पर दुष्कर्म के प्रयास का आरोप
बड़ौत कोतवाली क्षेत्र के एक गांव की महिला ने एसपी दफ्तर पर शिकायत की है कि उसके पति बस चालक हैं, जो अक्सर बाहर रहते हैं।
आरोप है कि एक दिन देर रात ससुर ने कमरे में पहुंचकर उसके साथ दुष्कर्म का प्रयास किया। उसके चिल्लाने पर अन्य सदस्यों ने वहां पर पहुंचकर सामान में तोड़फोड़ की तथा 12 हजार रुपये नगद व सोने-चांदी के आभूषण ले गए। शिकायत करने पर पुलिस ने हल्की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की। अफसरों ने मामले की जांच कराकर उसको कार्रवाई का आश्वासन दिया। उधर, बड़ौत कोतवाली प्रभारी रवि रतन सिंह का कहना है कि पारिवारिक विवाद है।