पहले किसान नहीं, अब गेहूं केंद्र पर सामान नहीं

रेलवे रोड स्थित पीसीएफ के गेहूं खरीद केंद्र पर उठान व बोरे न होने के कारण खरीद नहीं होने से किसान परेशान हैं। एफसीआइ के बंद केंद्र पर तौल कराने के लिए अधिकारी एक दूसरे पर बात डालते रहे लेकिन किसी ने तौल चालू नहीं कराई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 12:31 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 12:31 AM (IST)
पहले किसान नहीं, अब गेहूं केंद्र पर सामान नहीं
पहले किसान नहीं, अब गेहूं केंद्र पर सामान नहीं

जेएनएन, खेकड़ा। रेलवे रोड स्थित पीसीएफ के गेहूं खरीद केंद्र पर उठान व बोरे न होने के कारण खरीद नहीं होने से किसान परेशान हैं। एफसीआइ के बंद केंद्र पर तौल कराने के लिए अधिकारी एक दूसरे पर बात डालते रहे, लेकिन किसी ने तौल चालू नहीं कराई।

मतदान के कारण गेहूं खरीद केंद्र बंद होने से किसानों के लदे वाहन घर पर ही खड़े थे। मंगलवार को दिन निकलते ही किसान अपने अपने वाहन लेकर एफसीआइ के खरीद केंद्र पर पहुंचे, लेकिन केंद्र बंद होने के कारण वे रेलवे रोड स्थित पीसीएफ केंद्र पर पहुंचे, जहां पहले से ही वाहनों की कतार लगी थी। केंद्र प्रभारी किसानों से वाहन को वापस ले जाने को कह रहे थे। कारण था केंद्र पर बोरे और पहले ही स्टाक हुआ गेहूं का उठान नहीं होना। बारिश को देखते हुए किसान घंटों बाद गेहूं लदे वाहनों को लेकर लौट गये। कुछ किसानों ने एसडीएम से फोन कर एफसीआइ का गेहूं केंद्र खुलवाने की मांग की। इस संबंध में एसएमआइ ने चुनाव के बाद का अवकाश बताकर दूसरे अधिकारियों से वार्ता करने की बात कहकर फोन बंद कर लिया। थक-हार किसान अपने घर लौट गए।

एसडीएम अजय कुमार का कहना है कि संबंधित विभाग के अधिकारियों को खरीद कराने को निर्देशित किया था। अगर केंद्र नहीं खोला को उच्चाधिकारियों को बताया जाएगा। बोरे व उठान की जल्द व्यवस्था की जाएगी।

अधिकारियों के ध्यान नहीं देने

पर प्राइवेट में बेचते हैं गेहूं

किसान लोकेश, राजेश, संजय व जयपाल आदि का कहना था कि प्रशासन सरकारी केंद्र पर गेहूं बेचने की अपील करते हैं। परंतु अधिकारी इस तरफ कतई ध्यान नहीं देते कि किस केंद्र पर खरीद हो रही है। ऐसे में प्राइवेट मिल पर गेहूं बेचना पड़ रहा है। यहां करीब 200 रुपये प्रति कुंतल कम में खरीद की जा रही है।

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