240 करोड़ बकाया पर मिल प्रबंधन पर एफआइआर
एसबीईसी शुगर मिल मलकपुर प्रबंधन को 240 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान नहीं करना महंगा पड़ा है।
बागपत, जेएनएन। एसबीईसी शुगर मिल मलकपुर प्रबंधन को 240 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान नहीं करना महंगा पड़ गया है। गन्ना विभाग ने मिल के वाइस प्रेसीडेंट समेत दो अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न गंभीर धाराओं में बड़ौत कोतवाली पर मुकदमा दर्ज कराया है। इस कार्रवाई से अन्य मिल के अधिकारियों में भी दहशत व्याप्त हो गई है। वहीं, किसानों को उम्मीद बंधी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गन्ना मंत्री सुरेश राणा तथा गन्ना आयुक्त संजय आर भूस रेड्डी चीनी मिलों पर बकाया गन्ना भुगतान को लेकर बेहद गंभीर हैं। इनकी सख्त हिदायत है कि हर सूरत में किसानों को गन्ना भुगतान कराया जाए।
जिला गन्ना अधिाकरी डा. अनिल कुमार भारती ने बताया कि एसबीईसी चीनी मिल मलकपुर के प्रबंधन को बार-बार नोटिस दिए गए, लेकन उन्होंने गन्ना भुगतान नहीं किया है। इसलिए सहकारी गन्ना विकास समिति मलकपुर के सचिव ने रविवार को बड़ौत कोतवाली पर रविवार को टैगिग आदेश का उल्लंघन कर 50.71 करोड रुपये गन्ना भुगतान में देने के बजाय अन्य मद में खर्च कर कि, जो गंभीर मामला है।
सचिव की तहरीर पर बड़ौत कोतवाली पुलिस ने मिल के वाइस प्रेसीडेंट विपिन कुमार निवासी कोठी नंबर आठ महेश मार्ग डाकखाने के पीछे बिजलीघर के पास मोदीनगर जिला गाजियाबाद व मुख्य वित्त अधिकारी अनिल कुमार गोयल निवासी 90, कपड़ा मिल के सामने सतीश पार्क, मोदीनगर गाजियाबाद के खिलाफआवश्यक वस्तु अधिनियम की धारा 3 बटे 7, आइपीसी की धारा 420, 120बी, 467, 468 व 471 धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि वर्तमान में मिल पर 240 करोड़ रुपये गन्ना भुगतान बकाया है।