आखिर गंदे पानी से कब मुक्त होंगे रटौल के मार्ग

रटौल में निकासी की व्यवस्था नहीं होने से गंदा पानी मार्गों पर भरा हुआ है।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 12:13 AM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 12:13 AM (IST)
आखिर गंदे पानी से कब मुक्त होंगे रटौल के मार्ग
आखिर गंदे पानी से कब मुक्त होंगे रटौल के मार्ग

बागपत, जेएनएन। रटौल में निकासी की व्यवस्था नहीं होने से गंदा पानी मार्गों पर भरा हुआ है। इससे राहगीरों को काफी परेशानी होती है। शिकायत करने के बावजूद अधिकारी समस्या निस्तारित नहीं करा रहे हैं।

बीते साल तक रटौल गांव था, जहां ग्राम प्रधान होते थे। योगी सरकार ने ग्रामीणों को तोहफा देकर रटौल को ग्राम पंचायत से नगर पंचायत बना दिया। ग्राम पंचायत में गंदगी से ग्रामीण बेहद परेशान रहते थे। गंदगी से पनप रहे संक्रामक रोगों से हर साल 12 से अधिक लोगों की मौत होती थी। नगर पंचायत बनने के बाद ग्रामीणों को गंदगी से निजात की आस जगी थी, लेकिन उन्हें नयी व्यवस्था में भी निराशा हाथ लगी। क्षेत्र में चहुंओर गंदगी के ढेर लगे हैं, तो मुख्य मार्गों पर गंदा पानी भरा है। ईदगाह के निकट तालाब गंदगी से पटा हुआ है। नतीजन उसका पानी उतराकर लोनी, सब्जी मंडी मार्ग पर भरा रहता है। तत्कालीन प्रधान ने पानी निकासी के लिए नाला निर्माण का प्रस्ताव बनाया था, जो आज भी कागज में सिमटा है। लोनी मार्ग से रोजाना बड़ी संख्या में वाहनों का आवागमन रहता है। पानी के कारण मार्ग नाले में तब्दील हो चुका है। इस कारण मार्ग से पैदल निकलना भी मुश्किल होता है। ग्रामीण अधिकारियों के साथ ही सीएम पोर्टल पर भी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन समस्या निस्तारित नहीं की गई।

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संक्रामक रोगों का घर

चहुंओर गंदगी होने से रटौल गांव संक्रामक रोगों का घर बन चुका है। रोजाना क्लीनिक पर बीमारों की भीड़ रहती है। हाल में कोरोना का आतंक बना है। इस कारण ग्रामीण रटौल में फागिग व सैनिटाइजिग कराने की मांग भी कर रहे हैं।

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इन्होंने कहा..

रटौल को गंदगी से निजात दिलाने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। जल्द ही समस्या का निदान कराया जाएगा। खेकड़ा नगरपालिका की तरफ से गांव में समय समय पर सैनिटाजिग कार्य कराया जा रहा है।- अजय कुमार एसडीएम खेकड़ा।

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