किसान के थैले से जेबकतरों ने 50 हजार रुपये उड़ाए
बैंक से रुपये निकालकर बाजार में खाद लेने गए किसान के थैले से जेबकतरों ने पचास हजार रुपये निकाल लिये। जानकारी मिलने पर पुलिस ने बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले लेकिन जेबकतरे नहीं मिले।
बागपत, जेएनएन। बैंक से रुपये निकालकर बाजार में खाद लेने गए किसान के थैले से जेबकतरों ने पचास हजार की नगदी साफ कर दी। सूचना पर पुलिस ने बैंक सहित कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
मंगलवार को चिरचिटा गांव निवासी किसान जिले सिंह अपने पुत्र यशपाल के साथ बिनौली मे स्टेट बैंक में पहुंचा। वहां उसने खाते से 50 हजार रुपये निकाले। नगदी थैले में रखकर किसान बाजार में खाद के कट्टे खरीदने गया। खाद लेने के बाद जब उसने रुपये देने के लिए थैले में हाथ डाला, तो नकदी गायब थी। किसान का थैला एक तरफ से कटा हुआ था। बुजुर्ग किसान वहीं पर फूट-फूटकर रोने लगा। सूचना मिलने पर एसओ संजय कुमार मौके पर पहुचे। किसान से घटना की जानकारी लेकर बैंक शाखाओं सहित कई सीसीटीवी कैमरे चेक कराए। जेबकतरों का कुछ पता नहीं चला। पीड़ित किसान ने तहरीर दी है। एसओ ने कहा कि आरोपितों को जल्द पकड़कर घटना का राजफाश किया जाएगा।
अदालत में दाखिल आरोपित चाय विक्रेता की दूसरी मेडिकल रिपोर्ट
जागरण संवाददाता,बागपत : सिपाही अरुण कुमार को गोली मारने के मामले में आरोपित चाय विक्रेता की दूसरी मेडिकल रिपोर्ट अदालत में मंगलवार को दाखिल की गई। अदालत की सख्ती के बाद जेल प्रशासन हरकत में आया।
सिपाही अरुण कुमार को आठ सितंबर की रात गोली मारकर घायल कर दिया गया था। गत 22 सितंबर की देर रात पुलिस मुठभेड़ में आरोपित चाय विक्रेता किरणपाल निवासी महेशपुर चौपड़ा को गिरफ्तार करने का दावा करते हुए पुलिस अफसरों ने केस का राजफाश किया था। 23 सितंबर को अधिवक्ताओं ने पुलिस मुठभेड़ को फर्जी करार व किरणपाल को थर्ड डिग्री देने का आरोप लगाते हुए कचहरी में हंगामा किया था। किरणपाल का अदालत से दोबारा मेडिकल का आदेश होने के बाद अधिवक्ता शांत हुए थे, लेकिन जेल प्रशासन ने निर्धारित समय में किरणपाल का दूसरा मेडिकल कराकर रिपोर्ट अदालत में पेश नहीं की थी। इसे गंभीरता से लेते हुए अदालत ने सोमवार को जेल अधीक्षक को पत्र लिखकर अवगत कराया था कि मंगलवार को सुबह साढ़े दस बजे तक मेडिकल रिपोर्ट अदालत में पेश कराई जाए।
उधर जिला बार एसोसिएशन के महामंत्री एडवोकेट महेंद्र कुमार बंसल का कहना है कि किरणपाल के दूसरे मेडिकल की रिपोर्ट अदालत में जेल प्रशासन ने दाखिल करा दी है। उनके द्वारा रिपोर्ट का अवलोकन नहीं किया गया है।