किसान बोले तेंदुआ, वन अधिकारी ने बताया लकड़बग्घा

जौहड़ी गांव में किसानों को खेतों में जंगली जानवरों के पंजों के निशान मिले हैं।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 10:13 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 10:13 PM (IST)
किसान बोले तेंदुआ, वन अधिकारी ने बताया लकड़बग्घा
किसान बोले तेंदुआ, वन अधिकारी ने बताया लकड़बग्घा

बागपत, जेएनएन। जौहड़ी गांव में किसानों को खेतों में जंगली जानवरों के पंजों के निशान मिले हैं, जिसके बाद किसानों ने दावा किया है कि पंजों के निशान तेंदुए और शावक के हैं। वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और पंजों को देखा, जिसके बाद वन रेंजर ने दावा किया है कि पंजों के निशान देखने में लकड़बग्घा के लग रहे हैं।

जौहड़ी गांव के प्रधान सोहनपाल ने बताया कि दो दिन पहले बबलू, जुम्मा, यशपाल, करण आदि के खेतों में जंगली जानवरों के पंजों के निशान देखने को मिले थे। किसानों का कहना है कि पंजों के निशान तेंदुए और शावक के हो सकते हैं। इसकी सूचना वन विभाग बड़ौत रेंज कार्यालय को दी गई थी। वन कर्मचारियों की टीम खेतों में पहुंची और किसानों को साथ लेकर पंजों के निशानों को देखा। किसानों ने वन कर्मचारियों को बताया कि यह तेंदुए के पंजों के निशान हो सकते हैं, इसलिए वह खेतों में आने से कतरा रहे हैं। वन रेंज राजपाल सिंह ने बताया कि कर्मचारियों को खेतों में जंगली जानवरों के पंजों के निशान देखने को भेजा गया था। कर्मचारियों ने उन्हें मोबाइल में पंजों के निशान के जो फोटो दिखाए हैं। उनका मिलान किताबों में जंगली जानवरों के पंजों के फोटो से किया गया है, तो वे तेंदुए के पंजों के निशान नहीं लग रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि जैसे पंजों के निशान लकड़बग्घा के हो। ये निशान कुत्तों के पंजों के भी हो सकते हैं। जौहड़ी में तेंदुए की आने की संभावना कम है, चूंकि वहां नदी नहीं है तेंदुए अक्सर नदियों के आसपास ही रहते हैं।

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