बड़ागांव रेलवे फाटक किनारे से हटवाया अतिक्रमण
बड़ागांव रेलवे फाटक के पास सालों से हुए अतिक्रमण से विभाग की जमीन को मुक्त कराया।
बागपत, जेएनएन। बड़ागांव रेलवे फाटक के पास सालों से हुए अतिक्रमण से विभाग की जमीन को अधिकारी व पुलिस ने कब्जा मुक्त कराया। अधिकारियों ने दोबारा अतिक्रमण करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी।
रेलवे फाटक के पास भवन निर्माण की सामग्री सालों से दुकानदार डालता था। पड़ी सामग्री से गिट्टियां सड़क पर आने से आए दिन दुर्घटना होती थी। कई बार विभागीय अधिकारियों ने जबानी तौर से भी दुकानदार को अतिक्रमण नहीं करने की बात कही, नतीजा सिफर रहा। स्टेशन अधीक्षक ने भी कई बार विभागीय अधिकारियों को संबंध में पत्र भेजकर शिकायत की थी। आरोप था कि उक्त दुकानदार को देखकर अन्य लोग भी रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण करने लगे थे। मामले का संज्ञान लेकर शुक्रवार को विभाग के सीनियर सेक्शन इंजीनियर शामली से आरके सक्सेना, जेई अमित कुमार व रेलवे पुलिस स्टेशन से अधीक्षक चमनलाल संग मौके पर पहुंची। दुकानदार से वार्ता कर पड़ी निर्माण सामग्री को तुरंत हटवा जमीन कब्जा मुक्त कराई। दोबारा सामग्री डालने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। जब मनमर्जी चलाते हैं वाहन तो क्यों न हों हादसे
बागपत की सड़कों पर यातायात के नियम कोसों दूर हैं। इसी का नतीजा है कि यहा पर हादसों का आकड़ा कम होने के बजाय लगातार बढ़ता ही जा रहा है। प्रतिदिन किसी न किसी स्थान पर हादसा होता है। पैदल चलने वाले व्यक्ति हों या वाहन को चलाने वाले, अधिकाश अपनी मनमर्जी से रोड पर चलते हैं। यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाने वाले भी उल्लंघन करते हुए नजर आते हैं। इस साल करीब 11 माह में 108 लोगों की सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है। पुलिस व परिवहन विभाग समय-समय पर यातायात नियमों के प्रति जागरूक अभियान चलाती है, लेकिन ये अभियान ज्यादा कारगर साबित नहीं हो रहे हैं। हालाकि अफसरों का दावा है कि इस साल हादसों में 30 प्रतिशत की कमी आई है, लेकिन यह कमी कोरोना काल के कारण आई है, क्योंकि उस समय अधिकाश वाहनों के चक्के जाम थे। आमजन की भी मकानों से बाहर निकलने पर पाबंदी थी।