छपरौली में है महानगरों जैसा अतिक्रमण
महानगरों की कालोनियों में सड़कों पर कार बाइक आदि खड़ी होने से अक्सर जाम लग जाता है।
बागपत, जेएनएन। महानगरों की कालोनियों में सड़कों पर कार, बाइक आदि खड़ी होने से अक्सर जाम लग जाता है। वाहनों का ऐसा ही अतिक्रमण छपरौली कस्बे में भी सड़कों पर दिखाई देता है। फर्क इतना है कि यहां की सड़क पर कार नहीं, ट्रैक्टर ट्रालियों व भैंसा बुग्गियों का डेरा है। सड़कें अवरुद्ध होने के कारण जाम लग जाता है। कस्बावासियों ने अधिकारियों से यहां अतिक्रमण से निजात दिलाने की मांग की है।
कस्बे की ज्यादातर गलियों व सड़कों पर लोग ट्रैक्टर-ट्राली, भैंसा बुग्गियां खड़ी करते हैं। कई गलियों में गोबर के खाद की कूड़ी तक डाल दी जाती है। इन गलियों में बड़ा वाहन तो बड़ी मुश्किल से निकल पाता है। यदि दुपहिया वाहन घरों से लेकर चलें तो गली में उसके साथ काफी दूर तक पैदल चलना पड़ता है। लोग यदि वाहन खड़ा करने वालों के सामने अपनी समस्या रखते हैं, तो संबंधित लोग दबंगई पर उतर आते हैं।
अजय कुमार का कहना है कि नगर पंचायत को इस समस्या का समाधान करना चाहिए। यदि लोग उसके बाद भी ट्रैक्टर, बुग्गियां खड़ी करना बंद नहीं करते हैं तो उन्हें जब्त कर संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जुर्माना वसूली करनी चाहिए। जितेंद्र सिंह का कहना है कि घर में जगह होते हुए भी वाहनों को सड़क पर खड़ा करना गलत है। इस समस्या पर नगर पंचायत को तरफ तुरंत ध्यान देना चाहिए।
अधिशासी अधिकारी मनीष चौधरी ने बताया कि जल्द ही सभी गलियों व सड़कों पर से वाहनों के अतिक्रमण को हटाने का अभियान चलाया जाएगा। चेतावनी के बाद भी कोई वाहन नहीं हटाता है, तो वाहन को जब्त किया जाएगा।