अच्छी पैदवार पाने को करिए बीज और भूमि शोधन
किसान भाई ध्यान दें। अछी फसल उत्पादन पाने को बीज व भूमि शोधन के बाद ही बुआई करें। इससे बागपत के किसानों को दस प्रतिशत यानी 25 हजार मीट्रिक टन गेहूं उत्पादन ज्यादा मिल सकता है। यानी 50 करोड़ रुपये ज्यादा आमदनी मिल सकती है।
बागपत, जेएनएन। किसान भाई ध्यान दें। अच्छी फसल उत्पादन पाने को बीज व भूमि शोधन के बाद ही बुआई करें। इससे बागपत के किसानों को दस प्रतिशत यानी 25 हजार मीट्रिक टन गेहूं उत्पादन ज्यादा मिल सकता है। यानी 50 करोड़ रुपये ज्यादा आमदनी मिल सकती है।
जिला कृषि रक्षा अधिकारी डा. संदीप पाल ने किसानों को गेहूं-सरसों या रबी की दूसरी फसलों की बुआई से पहले कार्बान्डाजिम 50 प्रतिशत दो ग्राम प्रति किग्रा या थीरम 75 प्रतिशत 2.5 ग्राम या ट्राईकोडर्मा चार ग्राम बीज में मिलाकर बुआई की सलाह दी। दलहन बीजों को राइजोबियम कल्चर से उपचारित कर बुआई करें। ऐसे करें भूमि शोधन
-फसलों की भूमि जनित बीमारियों से बचाव को ट्राईकोडर्मा एक किग्रा को 35 किग्रा गोबर खाद मिलाकर कल्चर बनाकर बुआई के समय एक एकड़ खेत में प्रयोग करें। भूमिगत कीटों से सुरक्षा के लिए ब्यूवेरिया बेसियाना की एक किग्रा को 35 किग्रा गोबर खाद में मिलाकर कल्चर तैयार कर बुआई करें। या धूल तथा दानेदार रसायन आठ किग्रा प्रति एकड़ बुआई से पूर्व इस्तेमाल करें।
---
50 करोड़ का फायदा
-जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने कहा कि अच्छे बीज तथा भूमि शोधन कर बुआई करने से 10 प्रतिशत से
ज्यादा फसल उत्पादन मिल सकता है। पिछले वर्ष प्रति हेक्टेयर 45.73 कुंतल उत्पादन से बागपत सूबे में दूसरे स्थान पर था। कुल 2.53 लाख टन गेहूं पैदा हुआ था। साफ है कि 25 हजार टन गेहूं उत्पादन ज्यादा मिलने से बागपत के किसानों को 50 करोड़ रुपये ज्यादा आमदनी हो सकती है। लीजिए आधी छूट पर बीज
-सभी राजकीय बीज भंडारों पर किसानों को एचडी-2967, एचडी-3086 तथा पीबीडब्यू-550 प्रजाति का गेहूं बीज उपलब्ध है। किसानों को बीज खरीदने पर 50 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। कृषि उप निदेशक प्रशांत कुमार ने कहा कि बीज उठान और वितरण में बागपत मेरठ मंडल में पहले स्थान पर है।