डाक्टर की सलाह : बुखार होने पर न लें घरेलू उपचार
बागपत जेएनएन। निरंतर बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है।
बागपत, जेएनएन। निरंतर बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है। कुछ दिन बुखार रहने के बाद ही कोरोना वायरस का असर शुरू होता है। चिकित्सक डा. हरेंद्र सिंह का कहना है कि कुछ लोग बुखार को मामूली बीमारी समझकर घर पर पैरासिटामोल व अन्य दवाइयां लेनी शुरू कर देते हैं, जो गलत है। बुखार होने पर अपने स्तर से कोई इलाज शुरू करने के बजाए डाक्टर से सलाह लेनी चाहिए। डाक्टर के अनुसार दवाइयों का सेवन करना चाहिए। लगातार हो रही मौत के बाद भी लोग संक्रमण को मामूली समझ रहे हैं। बचाव के लिए लोगों को घर से बाहर निकल मास्क प्रयोग के साथ शारीरिक दूरी का भी पालन करना चाहिए। 45 पार वाले लोगों को कोरोना वैक्सीनेशन जरूर कराना चाहिए। लापरवाही दिन प्रतिदिन लोगों की जान ले रही है। संक्रमित होने पर सामान्य रहें, कराएं समय पर इलाज
कोविड अस्पताल से इलाज कराकर लौटे बागपत के राजपाल सिंह का कहना है कि संक्रमित होने पर करीब 11 दिन अस्पताल में भर्ती रहे। बुखार होने के तीन चौथे दिन ही महसूस होने लगा था कि पूर्णतया कोरोना ने गिरफ्त में ले लिया है। उन्होंने बिना समय गंवाए कोविड टेस्ट कराया और अस्पताल में भर्ती हो गए। अगर एक दो दिन की देरी करते, तो परिणाम भयानक हो सकता था। उन्होंने लोगों से अपील की अगर कोई भी बुखार से ग्रस्त होता है, तो पहले ही दिन कोरोना जांच कराएं। अगर दिमाग में कोरोना ने घर कर लिया, तो स्वस्थ होना बेहद मुश्किल हो जाएगा। इलाज में कतई देरी नहीं करनी चाहिए।