मुकदमा दर्ज न होने पर थाने में धरना

चार दिन पहले किरठल गांव में महिला का शव उसी के घर में फांसी पर लटका मिला था। इस मामले में महिला के मायके वालों ने थाने पहुंचकर कार्रवाई की मांग करते हुए धरना दिया। बाद में सीओ के आश््वासन पर लौट गये।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Feb 2021 12:12 AM (IST) Updated:Sat, 27 Feb 2021 12:12 AM (IST)
मुकदमा दर्ज न होने पर थाने में धरना
मुकदमा दर्ज न होने पर थाने में धरना

जेएनएन, बागपत : चार दिन पहले किरठल गांव में महिला का शव उसी के घर में फांसी पर लटका मिला था। पति मनोज ने अपने पिता, माता, भाई, भतीजे और एक अज्ञात पर फांसी लगाकर हत्या करने का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी थी, लेकिन चार दिन बाद भी मुकदमा दर्ज न होने पर महिला के मायके वालों ने थाने पर ही धरना शुरु कर दिया। सीओ ने मौके पर पहुंचकर उन्हें समझाया। मुकदमा दर्ज होने पर ही मायके वाले वापस लौटे।

रामनिवास निवासी भौराकलां ने बताया कि उसने अपनी बेटी की शादी वर्ष 2002 में किरठल गांव निवासी मनोज पुत्र हरपाल के साथ की थी, लेकिन तभी से उसके सास ससुर व देवर उसे परेशान कर रहे थे। महिला का शव उसी के घर में फांसी पर लटका मिला था। महिला के पति मनोज ने बताया कि चार दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने उनका मुकदमा दर्ज नही किया। शुक्रवार को मायके से दो दर्जन महिला व पुरुष थाने पहुंचे और मुकदमा दर्ज करने की बात कही। थाना प्रभारी ने मुकदमा दर्ज करने से आनाकानी की तो सभी थाना परिसर में ही धरने पर बैठ गए। तीन घंटे बाद सीओ आलोक सिंह थाने पहुंचे और धरना दे रहे लोगों को समझाया। पुलिस ने ससुर हरपाल, सास बीरमती, शिवम भतीजा (जेठ का बेटा), जेठ राजेश व एक अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। उसके बाद स्वजन वापस घर लौट गए। धरना देने वालों में राजेंद्र, नरेश, सुनील, प्रमोद, अनिता, पिकी, सुमन, बबली आदि शामिल थे।

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