देशहित में लिया कृषि कानून वापसी का फैसला : त्रिवेंद्र

उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी का फैसला देशहित में लिया गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 20 Nov 2021 09:03 PM (IST) Updated:Sat, 20 Nov 2021 09:03 PM (IST)
देशहित में लिया कृषि कानून वापसी का फैसला : त्रिवेंद्र
देशहित में लिया कृषि कानून वापसी का फैसला : त्रिवेंद्र

बागपत, जेएनएन। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कृषि कानूनों की वापसी का फैसला प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देशहित में लिया है।

दोघट में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सतेंद्र पंवार के यहां एक कार्यक्रम में पहुंचे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रेस वार्ता में कहा कि प्रधानमंत्री ने कृषि कानून वापसी का फैसला सोच समझकर लिया है। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में साफ कहा था कि कृषि कानून हम किसानों के हित में लाए थे, जिसे राष्ट्र हित में वापस लिया जा रहा है। धरने पर बैठे किसानों को खालिस्तानी आदि कहे जाने के सवाल पर कहा कि हम उन्हें शुरू से किसान ही कहते आए हैं। भाजपा ने किसानों की भावनाओं का सम्मान किया है। प्रधानमंत्री ने अधिकांश फैसले किसान हित में लिए हैं। उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदले जाने के सवाल पर कहा कि कई बार बदलाव अच्छे के लिए होते हैं। बुरा कुछ नहीं था। मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में ही उत्तराखंड का चुनाव लड़ा जाएगा। पहले 57 विधायक आए थे। इस बार 60 का लक्ष्य है। उत्तराखंड में कांग्रेस आपस में लड़ रही है और भाजपा अपना काम कर रही है। सांसद डा. सत्यपाल सिंह, विधायक सहेंद्र सिंह चौहान, भाजपा जिलाध्यक्ष सूरजपाल सिंह, पूर्व विधायक साहब सिंह, रविद्र राठी, डा. अनिल पंवार, धूम सिंह, सुनील कुमार, संजीव राठी, नीरज कौशिक मौजूद रहे। बैठक में कृषि कानून वापसी पर हुई चर्चा

बावली गांव में शनिवार को बैठक हुई, जिसमें कृषि कानून वापसी को लेकर चर्चा हुई। इस दौरान यूथ कांग्रेस के प्रदेश सचिव सुरेशपाल डायरेक्टर ने कहा कि उत्तर प्रदेश के अलावा दूसरे राज्यों में चुनाव होने है।

इसे देखते हुए प्रधानमंत्री ने कृषि कानून वापस लेने की घोषणा की है। यह किसानों की तपस्या का ही फल है। इस दौरान सेवाराम, प्रवीण, प्रकाश सिंह, सुधीर, मनीष, अक्षय, आनंदपाल, इंद्रपाल, देशपाल, बाबूराम, वेदपाल सिंह, ओमवीर सिंह, राजेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे।

chat bot
आपका साथी