दूसरे सोमवार को शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़

बाबा भोलेनाथ के अतिप्रिय माह श्रावण में उनकी भक्ति करने का फल भक्त को मिलता है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 02 Aug 2021 10:18 PM (IST) Updated:Mon, 02 Aug 2021 10:18 PM (IST)
दूसरे सोमवार को शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़
दूसरे सोमवार को शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़

बागपत, जेएनएन। बाबा भोलेनाथ के अतिप्रिय माह श्रावण में उनकी भक्ति करने का फल भक्त को मिलता है। श्रावण माह के दूसरे सोमवार को सुबह से ही शिवालयों में बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करने के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ रही। कोरोना नियमों का पालन कर भक्त कतार में खड़े रहे। आराम से बाबा का जलाभिषेक किया। बाबा काले सिंह, मंदिर, सदाशिव शक्ति मंदिर रामपुर, अहिरान मोहल्ला शिव मंदिर, काठा मार्ग स्थित शिव मंदिर, शाह गार्डन कालोनी स्थित शिव मंदिर, कोतवाली स्थित शिव मंदिर आदि शिवालयों में भक्तों ने भगवान शिव का जलाभिषेक कर मन्नतें मांगी। बाबा काले सिंह मंदिर के पुजारी अनिल गौनियाल ने बताया कि श्रावण माह में भगवान शिव की आराधना करने का फल मिलता है। बाबा इतने दानी है कि कोई भी भक्त उनके दर से खाली हाथ नहीं जाता है। ईश्वर की स्तुति से मनुष्य को आत्मिक बल मिलता है: कपिल

भड़ल गांव में पर्यावरण शुद्धि के लिए आयोजित यज्ञ में कपिल शास्त्री ने कहा कि ईश्वर की स्तुति करने से मनुष्य को आत्मिक बल मिलता है। सोमवार को यज्ञ में कपिल शास्त्री ने कहा कि ईश्वर की स्तुति करने से मनुष्य को आत्मबल ही नहीं बल्कि ऊर्जा भी मिलती है। मनुष्य की निष्ठा भाव से प्रभु भक्ति ही फलीभूत होती है। पर्यावरण को शुद्ध रखने का माध्यम सिर्फ यज्ञ ही है। यज्ञ केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं बल्कि प्रकृति को संतुलित करने एवं पोषण करने का आहार भी है जिस तरह हम बिना आहार के कमजोर हो जाते हैं उसी प्रकार प्रकृति को पुष्ट करने के लिए यज्ञ की जरूरत है। यज्ञ से असंख्य रोगों से छुटकारा पाते हैं इसलिए वेदों का पठन पाठन भी जरूरी है। इस दौरान रविद्र, प्रवीण कुमार, शिव, पूर्वा, वर्षा आदि मौजूद रहे।

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