मौजिजाबाद नांगल में फिर चलाया फसल पर ट्रैक्टर
कृषि कानून से नाराज मौजिजाबाद नांगल गांव के एक किसान ने अपनी पांच बीघा गेहूं की फसल जोत दी।
बागपत, जेएनएन। कृषि कानून से नाराज मौजिजाबाद नांगल गांव के एक किसान ने अपनी पांच बीघा गेहूं की फसल ट्रैक्टर रोटावेटर चलवाकर नष्ट करा दी।
मौजिजाबाद नांगल निवासी भंवर सिंह पुत्र दलेल के हिस्से में नौ बीघा भूमि है। उसने बताया कि वह कृषि कानूनों से नाराज है और सरकार इन्हें वापस भी नहीं ले रही है। इसी से क्षुब्ध होकर उसने बुधवार को अपनी पांच बीघा गेहूं की फसल में ट्रैक्टर रोटावेटर चलवाकर नष्ट कर दी। तीन बीघा गेहूं की फसल बेसहारा गोवंश ने बर्बाद कर दी थी, जिसे चार दिन पहले ही नष्ट कराया था, अब उसके पास एक बीघा भूमि पर गन्ने की फसल रह गई है। परिवार में दो बेटियां हैं, जिनकी शादी कर चुके हैं। अब पति पत्नी ही घर पर रह रहे हैं। राजपाल शास्त्री, तेजवीर, रामकुमार, हरपाल, धर्मवीर, राजेंद्र आदि किसानों ने उसे रोकने का प्रयास किया और किसान ट्रैक्टर के आगे खड़े हो गए, लेकिन नाराज किसान ने अपनी फसल बर्बाद कर दी। इससे पहले भी कई किसान अपनी फसल खुद बर्बाद कर चुके हैं। किसान ने दी डीएम कार्यालय पर आत्मदाह की चेतावनी
चकबंदी अधिकारियों की कारगुजारियों से नाराज होकर बामनौली के एक किसान ने आठ फरवरी को डीएम कार्यालय पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है। किसान का आरोप है कि उसकी पुस्तैनी आबादी की भूमि पर दूसरे किसान का कब्जा करा दिया गया।
बामनौली निवासी किसान वीरेंद्र पुत्र ब्रह्मसिंह ने बताया कि उनकी कृषि भूमि मौजा बामनौली के गाटा संख्या 1630 रकबा 0.1518 हेक्टेयर आबादी के नजदीक है तथा उक्त भूमि पर चारदीवारी कर आबादी बना रखी है। चकबंदी अधिकारी द्वारा उक्त भूमि का विनिमय अनुपात निरस्त कर चकबंदी से बाहर कराकर उक्त आदेश को अभिलेखों में दर्ज भी करा दिया गया, लेकिन चकबंदी अधिकारियों की लापरवाही के कारण उक्त भूमि को चकबंदी से बाहर दिखाकर दूसरे किसानों का चक बना दिया गया। इसकी शिकायत करने के बावजूद सुनवाई नहीं हुई। इससे नाराज होकर किसान वीरेंद्र ने एसडीएम, एसपी बागपत, चकबंदी अधिकारी बागपत को शिकायती पत्र दिया, जिसमें चेतावनी दी कि शीघ्र उसकी समस्या का समाधान न कराया गया तो 8 फरवरी को डीएम कार्यालय पर आत्मदाह कर लेगा।