तेजी से सुधर रही होम आइसोलेट मरीजों की सेहत
कहर बरपा रहे कोरोना के बीच यह खबर थोड़ी राहत देने वाली है।
बागपत, जेएनएन। कहर बरपा रहे कोरोना के बीच यह खबर थोड़ी राहत देने वाली है। अब कोरोना संक्रमण की रफ्तार कम होने लगी। इसका सबूत है होम आइसोलेट मरीजों की संख्या। दस मई को बागपत के गांव और कस्बों में 1462 कोरोना पाजिटिव मरीज होम आइसोलेट थे, लेकिन अब 899 हैं।
दो सप्ताह में 563 कोरोना मरीज ठीक होकर घरों से बाहर निकलने लगे हैं। होम आइसोलेट मरीजों में 38.50 फीसदी गिरावट आना कम सुखद बात नहीं है। वरना धड़ाधड़ कोरोना की चपेट में आने से लोग होम आइसोलेट होने को मजबूर हो रहे थे, पर अब कोरोना से छुटकारा मिलने लगा है।
वर्तमान में 899 कोरोना संक्रमित मरीज होम आइसोलेट हैं। अभी गांवों की तरफ ओर ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि बोढा, पाबला, फैजुल्लापुर, दोघट समेत अनेक गांव ऐसे हैं, जिनमें कोरोना संक्रमितों की संख्या दस-पंद्रह तक है। इसलिए ग्रामीणों को कोरोना से बचाव को सावधानी बरतने की जरूरत है।
कोविड कंट्रोलरूम के सह प्रभारी एवं ग्रामीण आजीविका मिशन के उपायुक्त ब्रजभूषण सिंह ने कहा कि अब होम आइसोलेट मरीजों की संख्या कम होने लगी है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि लापरवाही बरतने लगे, क्योंकि कोरोना कहीं गया नहीं है। हर किसी को मास्क लगाने, शारीरिक दूरी बनाने, गांव और घर सैनिटाइज कराने, भीड़ से बचने और कोरोना जैसे लक्षण होने पर टेस्ट कराने जैसे काम करने चाहिए। बच्चों को लेकर टेंशन
वर्तमान में 899 होम आइसोलेट मरीजों में एक से 17 साल के 60 बच्चे हैं, जो कुल मरीजों के 6.67 फीसदी है। वहीं 10 मई को 1462 होम आइसोलेट मरीजों मे 85 बच्चे थे, जो कुल मरीजों का 5.81 फीसदी है। साफ है कि बच्चों को लेकर टेंशन है। इसलिए अभिभावक बच्चों को लेकर कतई लापरवाही न करें।