राजन के मैनेजमेंट के सामने हारा कोरोना

देश और दुनिया ने कोरोना का विकराल रूप देखा है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 20 Jan 2021 10:05 PM (IST) Updated:Wed, 20 Jan 2021 10:05 PM (IST)
राजन के मैनेजमेंट के सामने हारा कोरोना
राजन के मैनेजमेंट के सामने हारा कोरोना

बागपत, जेएनएन। देश और दुनिया ने कोरोना का विकराल रूप देखा है। किस तरह लोग डर के मारे घरों से बाहर नहीं निकलते थे। ऐसे माहौल में योद्धा ही सड़कों पर नजर आ रहे थे। जिले में एंबुलेंस कर्मचारियों का सराहनीय कार्य रहा। राजन कुमार के मैनेजमेंट ने एंबुलेंस सेवाओं को बेहतर बनाया। उनकी प्लानिग पर अमल से कोरोना को फैलने का मौका नहीं मिला।

एंबुलेंस सेवा की बदौलत लोगों अच्छी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ ले पा रहे हैं। कोरोना काल में तो एंबुलेंस के चालक और टेक्नीशियन ने जी-जान से लोगों की सेवा। खुद के स्वास्थ्य का ख्याल रखे बिना ही कोरोना संक्रमितों को पहले क्वारंटाइन कराया, फिर रिपोर्ट पाजिटिव आने के बाद कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती कराया। इन सब कार्यों का मैनेजमेंट एंबुलेंस सेवा के जिला प्रभारी राजन कुमार का रहा। उन्होंने अप्रैल माह में चार्ज संभाला था, उसी समय कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा था। ऐसे में भी अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को ठप नहीं होने दिया। कोरोना में भी उनकी टीम समर्पण भाव से कार्य में लगी रही।

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रात दो बजे तक किया काम

एंबुलेंस के प्रभारी राजन कुमार बताते हैं कि उन्होंने अपनी टीम के साथ रात के दो बजे तक काम किया है। वैसे उनका कार्य 24 घंटे का है, लेकिन जब कोरोना फैल रहा था, दिन-रात कार्य में लगे हुए थे। कोरोना मरीज की सूचना मिलते ही एंबुलेंस पहुंचती और वहां से मरीज को लेकर क्वारंटाइन कराती और वहां से फिर कोविड-19 अस्पतालों में भर्ती कराया गया। आज तक कार्य चल रहा है।

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जिले में हैं 17 एंबुलेंस

--गर्भवती महिला और दो साल तक के बच्चों के लिए 102 एंबुलेंस हैं, जिनकी संख्या 17 है। आपातकालीन स्थिति में मरीजों को स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचाने के लिए 108 एंबुलेंस है, जिनकी संख्या 15 है। इनमें से नौ कोविड-19 के लिए रिजर्व की हुई है। तीन एएलएक्स हैं, जो आधूनिक सुविधाओं से लैस हैैं।

--------- --कोरोना काल हो या अन्य स्थिति, एंबुलेंस कर्मचारियों का कार्य सराहनीय है। एंबुलेंस प्रभारी राजन ने अपनी टीम के साथ सराहनीय कार्य किया है। ऐसे कर्मचारियों की वजह से लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिल रहा है।

डा. आरके टंडन, मुख्य चिकित्साधिकारी।

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