कोहरे से बेपटरी हुई जिदगी

मंगलवार की रात पड़ना शुरू हुआ कोहरा बुधवार को दोपहर 12 बजे तक जारी रहा। सुबह 10 बजे तक तो इतना घना कोहरा था कि दो कदम दूरी पर भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। लोगों को कहते सुना कि इस मौसम में पहली बार इतना ज्यादा कोहरा पड़ा।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 23 Jan 2020 12:04 AM (IST) Updated:Thu, 23 Jan 2020 06:06 AM (IST)
कोहरे से बेपटरी हुई जिदगी
कोहरे से बेपटरी हुई जिदगी

जागरण न्यूज नेटवर्क, बागपत: मंगलवार की रात पड़ना शुरू हुआ कोहरा बुधवार को दोपहर 12 बजे तक जारी रहा। सुबह 10 बजे तक तो इतना घना कोहरा था कि दो कदम दूरी पर भी कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-यमुनोत्री हाईवे, मेरठ बागपत मार्ग समेत तमाम छोटे बड़े मार्गों पर वाहन रेंगते दिखे। अनेक चालक ट्रक सड़क किनारे खड़े कर कोहरा छंटने का इंतजार करते दिखे। बुधवार को न्यूनतम पांच तथा अधिकतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रहा। दोपहर दो बजे सूरज के दर्शन हुए, तब जाकर लोगों को कुछ राहत मिली। दिन छिपने से पहले ही बाजारों में सन्नाटा छाया नजर आया। बागपत नगर के चौराहे से लेकर कलक्ट्रेट तक कहीं अलाव जलते नहीं दिखे। सुबह-सुबह बच्चों को ठंड में कांपते हुए स्कूलों की तरफ दौड़ लगानी पड़ी तो फिर दोपहर बाद कांपते हुए घर पहुंचे।

वहीं गो-आश्रय स्थलों में दो हजार बेसहारा गोवंश तथा जंगलों में चार हजार गोवंश का बुरा हाल है। खेतों में गन्ना कटाई प्रभावित हो गई है। जिला कृषि अधिकारी सूर्य प्रताप सिंह ने कहा कि यह ठंड गेहूं की फसल के लिए अच्छी है।

chat bot
आपका साथी