साढ़े छह घंटे के धरने में ही सीएमओ ने मान ली मांग
डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने आठ सूत्रीय मांग और दो फार्मासिस्ट का स्थानांतरण कर दिया।
बागपत, जेएनएन। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने आठ सूत्रीय मांग और दो फार्मासिस्ट का स्थानांतरण करने के विरोध में सीएमओ कार्यालय के बाहर अनिश्चित कालीन धरना शुरू किया था। धरना साढ़े छह घंटे चला, जिसके दबाव में आकर सीएमओ ने सभी मांगों को मान लिया। यहां तक कि फार्मासिस्टों के तबादलों को भी निरस्त कर दिया। इस तरह से देखा जाए तो मामला निबट गया लगता है।
एसोसिएशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष मुकेश शर्मा एवं जिलाध्यक्ष ओमबीर मलिक ने बताया कि प्रत्येक माह डीपीए के पदाधिकारियों के साथ बैठक, प्रभार भत्ता, सेवा पुस्तिका, जीपीएफ और एनपीएस पुस्तक को पूर्ण कराकर फार्मासिस्टों को अवलोकित कराए, नए स्वास्थ्य केंद्रों पर सामान ले जाने के लिए वाहनों की व्यवस्था, कोरोना वैक्सीनेशन से संबंधित दवाईयां आवश्यकता के अनुसार सीएमएसडी से अलग से दी जाए, जिला कारागार में स्थाई फार्मासिस्ट, जिनकी ड्यूटी कोविड-19 वैक्सीनेशन-आब्जर्वेशन में लगी उनका भुगतान, ड्यूटी की सूचना समय से फार्मासिस्टों को दी जाए। दो फार्मासिस्ट का स्थानांतरण करने का विरोध किया, वहीं उत्पीड़न करने का आरोप लगाया है।
सीएमओ कार्यालय के बाबूओं के खिलाफ फार्मासिस्टों ने नारेबाजी की। चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक आंदोलन चलता रहेगा। साढ़े छह घंटे के धरने से महकमे में हड़कंप मच गया। सीएमओ डा. दिनेश कुमार ने सभी मांगों को मान लिया और दोनों फार्मासिस्ट के तबादले भी निरस्त कर दिए। इसके बाद धरने को समाप्त कर दिया। इस मौके पर जिला मंत्री ब्रिजेश शर्मा, मुकेश गोपी, राजकुमार, चंचल त्यागी, विनीता कौशिक, निधि, नीतू, वरूण, दिनेश, प्रमोद, संजीव, धर्मेंद्र, लोकेश शर्मा, प्रदीप, अरिवंद, संजीव, अशोक कुमार आदि मौजूद रहे।